हिंदी दिवस पर अनिल माथुर को मिला “हिंदी काव्य रत्न” सम्मान

नजर इंडिया 24 – जयपुर
लुंबिनी, नेपाल | सितंबर 15
राजस्थान के जोधपुर जिले के ख्याति प्राप्त कवि और लेखक अनिल माथुर को हिंदी दिवस के अवसर पर “हिंदी काव्य रत्न” सम्मान से नवाजा गया। यह सम्मान नेपाल की प्रतिष्ठित संस्था शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउंडेशन द्वारा प्रदान किया गया, जो भाषा और साहित्य के क्षेत्र में विशेष योगदान देने वाले रचनाकारों को सम्मानित करती है।
इस अंतरराष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम में, जो लुंबिनी, नेपाल में आयोजित किया गया, अनिल माथुर को उनकी उत्कृष्ट रचनाओं और हिंदी साहित्य में उनके अमूल्य योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इस प्रतियोगिता में भारत, नेपाल, अमेरिका, कनाडा, और तंजानिया जैसे देशों के 6742 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इनमें से 675 उत्कृष्ट कवियों और लेखकों को उनकी रचनात्मकता और साहित्यिक योगदान के आधार पर चुना गया।
संस्था के संस्थापक अध्यक्ष आनंद गिरी मायालु ने अनिल माथुर की रचनाओं की प्रशंसा करते हुए कहा, “अनिल जी की कविताएं गहन अर्थपूर्ण और समाज को दिशा देने वाली होती हैं। उनके लेखन में एक अलग ही जीवंतता है, जो सकारात्मक बदलाव के लिए प्रेरित करती है।”
कार्यक्रम के दौरान अनिल माथुर ने आयोजकों का धन्यवाद देते हुए कहा, “शब्द प्रतिभा फाउंडेशन के ऐसे प्रयास न केवल लेखकों और कवियों को प्रोत्साहन देते हैं, बल्कि हिंदी साहित्य को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने में भी सहायक होते हैं।”
संस्था की सचिव चरना कौर ने कहा, “हिंदी आज केवल एक भाषा नहीं, बल्कि एक वैश्विक माध्यम बन चुकी है। ऐसी प्रतियोगिताएं न केवल साहित्यकारों को मंच प्रदान करती हैं, बल्कि हमारी कला और संस्कृति को सशक्त भी करती हैं।”
अनिल माथुर, जिनकी सैकड़ों रचनाएं विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी हैं, ने इस सम्मान से जोधपुर का गौरव बढ़ाया है। उनकी यह उपलब्धि हिंदी साहित्य और लेखकों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।