
बीसलपुर पानी की आस बनी पीड़ा – पेयजल के नाम पर खुली लूट, जनता का फूटा ग़ुस्सा
नितेश शर्मा / नज़र इंडिया 24
जयपुर। राजधानी जयपुर के झोटवाड़ा क्षेत्र में बीसलपुर परियोजना से पानी की आपूर्ति का सपना आम जनता के लिए अब एक नई मुसीबत बनकर सामने आ रहा है। पृथ्वीराज नगर की कॉलोनियों में बीसलपुर की पाइपलाइन भले ही बिछाई जा चुकी हो, लेकिन सरकारी पानी की एक बूंद भी पहुंचे बिना ही लूट-खसोट का खेल शुरू हो गया है।
कनेक्शन की बढ़ी कीमत से उड़े होश, जनता ने किया प्रदर्शन
गोविंदपुरा और गोकुलपुरा की कॉलोनियों के लोगों ने बताया कि कुछ लोगों को पहले 4100 रुपये में पानी का कनेक्शन दिया गया, वहीं अब आम जनता से 11000 से 20000 रुपये तक की वसूली की जा रही है। ठेकेदारों की मनमानी और विभागीय उदासीनता से नाराज़ लोगों ने ग्रीन सिटी गार्डन रेसिडेंसी से विशाल रैली निकालकर प्रदर्शन किया। यह रैली प्रामनंद वाटिका, गिर्राज नगर, महता कॉलोनी, प्रताप सर्किल होते हुए विधायक निवास पहुंची, जहां ज्ञापन सौंपा गया।
ठेकेदारों की मनमानी, विभागीय मिलीभगत के आरोप
संघर्ष समिति के अनुसार वार्ड 43 से 55 तक पहले 4000 रुपये में दिए जा रहे कनेक्शन अब 8100 रुपये में दिए जा रहे हैं। कई जगहों पर सड़कों का नामोनिशान नहीं है, फिर भी रोड कटिंग के नाम पर शुल्क वसूला जा रहा है। यह सीधे तौर पर विभाग और ठेकेदारों की मिलीभगत को उजागर करता है।
न सुनवाई, न समाधान – उग्र आंदोलन की चेतावनी
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि जलदाय विभाग के अधिकारी ना तो जनता की समस्याएं सुन रहे हैं और ना ही उनके फोन उठाते हैं। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लिया और नारेबाज़ी कर अपना रोष जताया।
प्रदर्शनकारियों ने मांग की है कि पूर्व की दरों के अनुसार ही कनेक्शन दिए जाएं और अतिरिक्त राशि की वसूली करने वाले ठेकेदारों और जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
भीषण गर्मी में निजी टैंकरों की लूट, सरकारी पानी का सपना टूटा
ज्यादातर कॉलोनियां JDA की हैं, जहां नलों से पानी की आपूर्ति न होने के कारण लोग मजबूरी में निजी टैंकरों से हजारों रुपये खर्च कर पानी खरीदने को मजबूर हैं। ऐसे में बीसलपुर योजना की उम्मीदें धूमिल होती नजर आ रही हैं।
जनता ने चेताया है कि यदि जल्द समाधान नहीं किया गया तो आंदोलन और भी उग्र होगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी जलदाय विभाग और प्रशासन की होगी सरकार और विभाग को चाहिए कि तत्काल संज्ञान लेते हुए पारदर्शिता से कार्य करें और जनता को उचित दर पर समय पर पेयजल उपलब्ध कराएं, ताकि बीसलपुर योजना वास्तव में जनता के लिए राहत बन सके, न कि नई परेशानी।