Uncategorized
जय जवान — सरोज चन्द्रा पालीवाल

प्यारे फौजी भाइयों, हमारे स्नेही भाईयों क्या लिखूं, कितना लिखुं, आपके लिए कम है। आप के साहस एवं शोर्य के ही प्रतिफल स्वरुप हम देशवासी सुरक्षित हैं। आप सीमा पर प्रहरी है,तब हम सुकुन से सोते हैं। धन्य है, आप लोग तपते रेगिस्तान हों या बर्फीली चोटियां एक सजग प्रहरी कि तरह सुरक्षा में खड़े रहते हैं,रात और दिन। हे जांबाजो आपको नमन है, बारम्बार सपरिवार। और शहिदी भाइयों को भी शत् शत् नमन। आज के दिन पुलवामा में शहीद होने वाले जवांनो को पुनः नमन।
जय हिन्द
सरोज चन्द्रा पालीवाल