मेरे सपने में — श्रीनिवास एन

मैं एक बार देख रहा हूं,अब क्या हुआ? कुछ नहीं,मै चल रहा हूं।मार्ग में जाते समय अचानक डर लगा। मैं विशाल आंखों से देख रहा हूं,अब क्या हुआ? मुझे को क्या पता नहीं। मैं धीरे धीरे चल रहा हूं,चलते चलते पीछे मुड़ने लगी,तेजी हवा से पेड़ पौधों झूम रहे है। मुझे डर लगता है,अब क्या हुआ? मैं तेजी से सीधे चल रहा हूं। जाते समय घने जंगल को देखा, वहां अनेक जंतुओं को देखकर डर लगता,आंखे बंद करके वहां से दूर खड़ा।कुछ समय के बाद भयंकर ध्वनि को सुनाता।ध्वनि सुनते ही वहां से चलते समय एक प्रेमिका दिख पड़ती। वहां प्रेमिका क्या कर रहा है? प्रेमिका की देखने से मेरा मन में प्यार पैदा हुआ। मेरा दिल में होने प्रेम को बांटने केलिए वहां गया। इधर उधर देखे तो वहां कोई लिख नहीं पड़ती,लेकिन तेजी हवा के साथ तूफान और अंधेरे फेंकते हैं। मुझे को प्रेमिका गायब होता है,अब क्या हुआ रे! मेरे सपने में……
श्रीनिवास एन