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तुर्की-चीन से व्यापार खत्म करें भारत सरकार: विश्व सनातन संघ

चीन और तुर्की से व्यापार करने वाले व्यापारियों के लाइसेंस तत्काल रद्द करने की मांग - विष्णु दास महाराज नागा

 

जयपुर, राजस्थान। विश्व सनातन संघ ने भारत सरकार से चीन और तुर्की के साथ सभी प्रकार के व्यापारिक संबंध समाप्त करने की मांग की है। संघ की राष्ट्रीय संरक्षक विष्णु दास महाराज नागा ने जयपुर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि चालबाज चीन और तुर्की जैसे देशों ने भारत की सहायता को नजरअंदाज कर पाकिस्तान का साथ दिया है। भारत सरकार को अब इन देशों से कोई भी व्यापार नहीं करना चाहिए और जो भी व्यापारी इनसे व्यापार कर रहे हैं, उनके लाइसेंस तत्काल रद्द कर देने चाहिए।

उन्होंने कहा कि जब तुर्की भूकंप जैसी आपदा से जूझ रहा था, तब भारत ने मानवता के नाते उसकी भरपूर मदद की थी। बावजूद इसके तुर्की ने पाकिस्तान को हथियार और संसाधन देकर भारत विरोधी रवैया अपनाया। ऐसे देश कभी भी भारत के हितैषी नहीं हो सकते, इसलिए भविष्य में इन्हें किसी भी प्रकार की सहायता नहीं दी जानी चाहिए।

विश्व सनातन संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रभान शर्मा ने कहा कि चीन और तुर्की के सभी उत्पादों का बहिष्कार करना अब देशभक्ति का कार्य बन गया है। इन देशों को आर्थिक रूप से कमजोर करना आवश्यक है ताकि वे भारत के खिलाफ खड़े होने की हिम्मत न कर सकें। उन्होंने कहा कि इन देशों से न केवल व्यापार, बल्कि सांस्कृतिक संबंध भी समाप्त किए जाने चाहिए।

राष्ट्रीय महासचिव डॉ. राकेश वशिष्ठ ने कहा कि देश के प्रत्येक नागरिक को प्रतिज्ञा लेनी चाहिए कि वह चीन और तुर्की के किसी भी उत्पाद का उपयोग नहीं करेगा।

वहीं राष्ट्रीय सलाहकार जे. पी. शर्मा ने देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि “हमारा लक्ष्य है आत्मनिर्भर भारत, शक्तिशाली भारत, विकसित भारत और विश्वगुरु भारत। यह तभी संभव है जब हम भारत में बने उत्पादों का उपयोग करें और विदेशी संसाधनों पर निर्भर रहना बंद करें।”

विश्व सनातन संघ की यह अपील देशभर में स्वदेशी को बढ़ावा देने और विदेशी हस्तक्षेप को समाप्त करने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।

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