विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर जयपुर में नशा मुक्ति की अनूठी पहल — ई-शपथ से लेकर यज्ञ तक दिखी जन भागीदारी

जयपुर, 31 मई – विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर गायत्री सप्त क्रांति ट्रस्ट की प्रेरणा से नशा-मुक्त भारत अभियान के तहत राजधानी जयपुर सहित देशभर में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इसी कड़ी में जयपुर के कलेक्ट्रेट सर्किल पर 31 मई को सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक भव्य नशा मुक्ति कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम की शुरुआत नशा मुक्ति के गीतों एवं नारों के साथ हुई, जिसमें लोगों को नशे से दूर रहने का संदेश दिया गया। सद्बुद्धि गायत्री महायज्ञ का आयोजन कर समाज के कल्याण व व्यसनमुक्त जीवन के लिए प्रार्थना की गई। इस दौरान नशा-मुक्ति परामर्श केंद्र की स्थापना कर लोगों को नशा छोड़ने के उपाय भी बताए गए।
जयपुर जिला कलेक्टर जितेंद्र कुमार सोनी की प्रेरणा से ई-शपथ पोर्टल के माध्यम से आमजन को ऑनलाइन शपथ दिलाई गई, जिसे व्यापक जनसमर्थन प्राप्त हुआ। साथ ही हस्ताक्षर बोर्ड पर “नशा नहीं करने का संकल्प” लेकर सैकड़ों राहगीरों और प्रतिभागियों ने हस्ताक्षर किए।
कार्यक्रम के पश्चात ट्रस्ट के कार्यकर्ताओं ने जयपुर के विभिन्न विद्यालयों में जाकर विद्यार्थियों को नशीले पदार्थों से दूर रहने का संकल्प दिलाया। यह प्रयास वर्तमान और भावी पीढ़ी को नशे की गिरफ़्त से बचाने की दिशा में सराहनीय पहल साबित हुआ।
इस अवसर पर मानवाधिकार आयोग के आईजी किशन सहाय मीणा, RAS अधिकारी पंकज ओझा (खाद्य विभाग) सहित कई प्रशासनिक और सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
समारोह में इंडियन अस्थमा केयर सोसाइटी के सचिव धर्मवीर कटेवा, समग्र सेवा संघ से सवाई सिंह, मानव सेवा ट्रस्ट के कौशल सत्यार्थी, रोटरी क्लब से नरेंद्र सिखवाल, जिला बार एसोसिएशन अध्यक्ष गजराज सिंह सहित अनेक गणमान्यजनों ने नशा मुक्ति को लेकर अपने विचार रखे और भावी रणनीति पर चर्चा की।
कार्यक्रम में राजस्थान जन मंच, अरविंद सोसायटी, पूज्य सिंधी पंचायत संस्थान मुरलीपुरा, गांधी फाउंडेशन, राष्ट्रीय बजरंग सेना, गौ क्रांति मंच, नेशनल मुस्लिम वीमेन वेलफेयर सोसायटी सहित अनेक संगठनों ने भी सक्रिय सहभागिता निभाई।
गायत्री सप्त क्रांति ट्रस्ट द्वारा यह भी अपील की गई कि 31 मई को ही नहीं, बल्कि पूरे वर्ष समाज में नशा-मुक्ति की चेतना फैलाने के लिए सभी लोग मिलकर कार्य करें। पत्रों के माध्यम से देशभर की संस्थाओं से भी अनुरोध किया गया है कि इस अभियान को व्यापक स्तर पर चलाकर जन-भागीदारी को सुनिश्चित करें।