कविता, क़लम और कशिश: यमुना विहार में सुर-साधना का अद्भुत संगम

दिल्ली, 29 जून 2025। साहित्य प्रेमियों के लिए एक विशेष दिन रहा जब ‘साहित्य उपवन रचनाकार मंच’ की मासिक काव्य गोष्ठी ‘सुर-साधना’ का भव्य आयोजन दिल्ली के यमुना विहार में हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न हुआ। इस गोष्ठी ने रचनाकारों और श्रोताओं को साहित्यिक सौगातों से सराबोर कर दिया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सुप्रसिद्ध साहित्यकार राजवीर सिंह ‘कमल’ ने की। कार्यक्रम के मंच पर उपस्थित विशिष्ट अतिथियों में कंचन वार्ष्णेय कशिश, आचार्य अनमोल, और सुरेन्द्र सिफर शामिल रहे, जिनकी उपस्थिति ने कार्यक्रम की गरिमा को और बढ़ाया। कार्यक्रम में सम्मिलित हुए प्रतिष्ठित रचनाकारों में शामिल थे बेबाक बाराबंकवी, अवधेश कन्नौजिया ‘अद्वैत, सुधा बसोर ‘सौम्या’, डॉ. रेखा तिवारी, दिनेश कुमार, आर. डी. गौतम, प्रवीण गोला, मोनिका ‘मासूम’, पुष्पा शर्मा, गोल्डी गीतकार, हुमा खातून देहलवी, आज़म हुसैन सहसवानी और मंच के अध्यक्ष रोहित रोज।
सभी रचनाकारों ने एक से बढ़कर एक रचनाएं प्रस्तुत कीं, जिनमें विविध रसों और भावनाओं का सुंदर समावेश था। उनकी प्रस्तुतियों ने उपस्थित श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इस विशेष अवसर पर आचार्य अनमोल ने अपनी दो पुस्तकें मंच पर उपस्थित रचनाकारों को भेंटस्वरूप प्रदान कीं, जिसे सभी ने हर्षपूर्वक स्वीकार किया। मंच अध्यक्ष रोहित रोज ने सभी सहभागियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन साहित्य की खुशबू को दूर-दूर तक फैलाते हैं। गोष्ठी के दौरान सभी रचनाकारों ने कोल्ड ड्रिंक, समोसे और बालूशाही का आनंद लेते हुए आपसी संवाद को और भी मधुर बनाया। कार्यक्रम के समापन पर सभी रचनाकारों ने एक स्वर में कहा कि यह गोष्ठी केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि एक अविस्मरणीय साहित्यिक अनुभव था, जिसकी स्मृतियाँ लम्बे समय तक दिलों में जीवित रहेंगी।