Uncategorized
लघु कथा – बिखरते रिश्ते — सुरेशचन्द्र जोशी,

कभी कभी एक छोटी सी भ्रांति रिश्तों में दरार डाल परिवार को विघटन तक पहुंचा देती है। इसका जीता जागता उदाहरण था सुरेश व सुनिधि के सुखद वैवाहिक जीवन में कटुता का प्रवेश।
सुरेश की टीम की रिलीज में कुछ इश्यूज आ गए थे और वह उनमें उलझा था। उसी बीच सुनिधि ने, जिस के सर में बहुत तेज दर्द था, सुरेश को फार्मेसी से दवा ला देने को कहा था। सुरेश ने हाँ तो कर दी, परन्तु कंपनी के एम. डी. के साथ कॉल में होने के कारण काम से नहीं उठ पाया। इस बात से सुनिधि अत्यधिक क्रोधित हो गई।
इस एक छोटी सी घटना ने उन दोनों के बीच अहम की एक ऐसी दीवार खड़ी कर दी कि आज दोनों का सुखद व सफल वैवाहिक जीवन, जिसकी कभी मिसाल दी जाती थी, संबंध विच्छेद तक पहुँच गया।
सुरेशचन्द्र जोशी, उत्तराखंड, पिथौरागढ़।