प्रिया शर्मा श्याम बाबा की मधुर स्वर में रचती हैं भक्ति की गाथा , झूमते हैं भक्त

जयपुर भक्ति जब हृदय से निकलकर स्वर में ढलती है, तो वह सीधे आत्मा को छू जाती है। ऐसी ही मधुर भक्ति की मिसाल हैं प्रिया शर्मा जी, जो खाटू श्याम बाबा की परम उपासिका हैं। उनका जीवन, उनकी साधना और उनकी वाणी—सब कुछ श्याम नाम में ही रमा हुआ है प्रिया शर्मा की भक्ति में अद्भुत तन्मयता है। जब वे श्याम बाबा का भजन गाती हैं, तो स्वयं को संसार से काटकर सिर्फ प्रभु चरणों में समर्पित कर देती हैं। प्रोग्राम छोटा हो या विशाल, मंच सादा हो या भव्य उनका उद्देश्य एक ही होता है अपने श्याम बाबा को रिझाना। उनकी वाणी में ऐसी मिठास है कि सुनने वाले श्रोता सिर्फ भजन नहीं सुनते, बल्कि भक्ति में डूब जाते हैं। उनके सुरों में भावनाओं की गहराई होती है, और शब्दों में ऐसा जादू कि भक्त मंत्रमुग्ध हो उठते हैं। भजन के दौरान वे जैसे स्वयं बाबा की महिमा में लीन हो जाती हैं, और यही उनकी गायकी की सबसे बड़ी विशेषता है पूर्ण समर्पण। प्रिया शर्मा का मंच पर होना केवल गायन नहीं, एक आध्यात्मिक अनुभव होता है। उनके भजनों की आत्मा में प्रेम है आस्था है और एक अव्यक्त भाव जो हर हृदय को छू जाता है। चाहे बरसे रे श्याम की कृपा साँवरे के रंग में रंग जाओ या श्याम तेरी बंसी पुकारे जैसे भजन हो प्रिया का स्वर उन्हें जीवंत बना देता है। उनकी भक्ति सीमाओं से परे है न जाति न भाषा, न स्थान। केवल एक नाता श्याम बाबा से आत्मिक प्रेम का। प्रिया शर्मा न सिर्फ एक भजन गायिका हैं, बल्कि भक्ति की जीवंत प्रतिमूर्ति हैं। प्रिया शर्मा जैसी भक्त कलाकारों के कारण ही खाटू श्याम की भक्ति हर दिल तक पहुँचती है। उनका संगीत एक सेतु है, जो श्याम बाबा से भक्तों को जोड़ता है। उनके पति विमल शर्मा भी श्याम भक्त होने के साथ साथ पूर्ण सहयोग देते हैं।