डिग्गी कल्याणजी की 60वीं लक्खी पदयात्रा 31 जुलाई से, इस बार बढ़ेगा श्रद्धालुओं का सैलाब

जयपुर। वर्षा ऋतु की मंगलमयी शुरुआत के साथ ही श्रद्धा का सैलाब एक बार फिर डिग्गी कल्याणजी की ओर उमड़ने को तैयार है। श्री ताडकेश्वर महादेव मंदिर, चौड़ा रास्ता से 31 जुलाई को सुबह 9 बजे जयकारों के साथ 60वीं लक्खी पदयात्रा का शुभारंभ होगा। इस बार अच्छी बारिश के चलते पिछले वर्षों की तुलना में अधिक श्रद्धालुओं के शामिल होने का अनुमान है।
इस विशाल पदयात्रा में लाखों महिला-पुरुष, युवा, बालक-बालिकाएं भगवान श्री कल्याण जी के दर्शन के लिए पैदल चलकर डिग्गीपुरी पहुंचेंगे। यात्रा की शुरुआत विधिवत केसरिया ध्वज पूजन से होगी, जिसमें उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी, जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी, सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा, हवामहल विधायक बालमुकुंदाचार्य, एडवोकेट नवीन टांक, त्रिवेणीधाम शाहपुरा के रामरिछपाल देवाचार्य महाराज, रामप्रताप सिंह सहित अनेक गणमान्य अतिथि शामिल होंगे।
पदयात्रा मार्ग और भंडारों की व्यवस्था
पदयात्रा चौड़ा रास्ता से शुरू होकर जेएलएन मार्ग और टोंक रोड से होते हुए डिग्गीपुरी पहुंचेगी। पूरे मार्ग में हजारों की संख्या में भंडारे लगाए जाएंगे, जहां श्रद्धालुओं को जलपान व भोजन की सेवा मिलेगी।
पड़ाव स्थलों पर भक्ति संध्या और सत्संग
31 जुलाई को मदरामपुरा, 1 अगस्त को हरसूलिया, 2 अगस्त को फागी और 3 अगस्त को चौसला में रात्रि विश्राम के साथ भजन संध्याएं, सत्संग व रासलीला के कार्यक्रम आयोजित होंगे। यात्रा 4 अगस्त को डिग्गीपुरी स्थित श्री कल्याण जी के निजधाम पहुंचेगी।
गंगाजल से होगा अभिषेक, शोभायात्रा भी निकलेगी
डिग्गीपुरी पहुंचने पर 4 अगस्त को शाम 5 बजे जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी शोभायात्रा का शुभारंभ करेंगे। भगवान श्री कल्याण जी का अभिषेक गंगोत्री से लाए गए पवित्र गंगाजल से किया जाएगा। रात्रिकालीन कार्यक्रमों में भक्तिभाव से ओतप्रोत भजन संध्या और रासलीला श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक आनंद प्रदान करेगी।
श्रद्धा, सेवा और समर्पण का अद्वितीय संगम
डिग्गी कल्याणजी की यह लक्खी पदयात्रा न केवल राजस्थान की सबसे बड़ी धार्मिक यात्राओं में से एक है, बल्कि आस्था, अनुशासन और जनसहयोग की अनूठी मिसाल भी पेश करती है। आयोजकों और सेवकों की ओर से इस बार की यात्रा को विशेष और यादगार बनाने की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।