कलम उठेगी, तो सत्ता हिलेगी — संदीप काळे ने पत्रकारों को दी एकजुटता की ताकत – राज्य अधिवेशन में पत्रकार हितों पर केंद्रित 13 सूत्रीय माँगपत्र हुआ पारित

जयपुर, 30 जुलाई 2025। झोटवाड़ा स्थित एक भव्य सभागार में आयोजित व्हॉईस ऑफ मीडिया के राज्य अधिवेशन में पत्रकारों की आवाज़ बुलंद हुई और सरकार के समक्ष पत्रकार हितों की ठोस माँगें रखी गईं। इस अवसर पर संस्था के संस्थापक एवं अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष संदीप काळे ने हजारों पत्रकारों की मौजूदगी में जोरदार भाषण देते हुए कहा हम चुनाव नहीं लड़ते, हमारी कलम ही हमारा अस्त्र है अब पत्रकार चुप नहीं बैठेंगे।
काळे ने अपने ओजस्वी उद्बोधन में कहा कि पत्रकार देश का सबसे असुरक्षित वर्ग बन चुका है। आए दिन उन्हें धमकियाँ, झूठे मुकदमे, शारीरिक हमले और सरकारी दमन झेलना पड़ता है। उन्होंने पत्रकार सुरक्षा कानून की तत्काल आवश्यकता बताते हुए माँग की कि इसमें विशेष पत्रकार न्यायालय, तत्काल FIR, और निःशुल्क कानूनी सहायता तंत्र शामिल किया जाए।
उन्होंने बिहार का उदाहरण देते हुए कहा कि वहाँ के पत्रकारों को ₹15,000 मासिक पेंशन दी जाती है और मृत्यु के बाद परिवार को ₹10,000 की पेंशन राजस्थान के पत्रकार इससे वंचित क्यों इस प्रश्न के साथ उन्होंने पत्रकार पेंशन योजना लागू करने की पुरजोर माँग की काळे ने कहा कि आज हजारों युवा पत्रकार YouTube, पोर्टल्स और सोशल मीडिया के माध्यम से पत्रकारिता कर रहे हैं। इन्हें भी सरकारी मान्यता, विज्ञापन, और सुरक्षा मिलनी चाहिए, क्योंकि वे भी सच्चाई सामने लाने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने राज्य पत्रकार आयोग की स्थापना की माँग रखी, जो पत्रकारों की शिकायतों, उत्पीड़न और अन्याय की सुनवाई कर सके। इसके साथ ही ग्रामीण पत्रकारों के लिए पत्रकार आवास योजना, पत्रकारों के बच्चों को शिक्षा में विशेष सुविधा, और महिला पत्रकारों के लिए सुरक्षा प्रकोष्ठ बनाने की भी माँग की। अधिवेशन में पारित 13 सूत्रीय मांगों को शीघ्र ही मुख्यमंत्री और सूचना विभाग को सौंपा जाएगा। कार्यक्रम के अंत में संदीप काळे ने स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार हमारी माँगों को अनसुना करती है, तो व्हॉईस ऑफ मीडिया आंदोलन की राह चुनेगा। जब पत्रकार एकजुट होते हैं, तो सत्ता की नींव हिलती है।पत्रकार झुकेगा नहीं!
व्हॉईस ऑफ मीडिया जिंदाबाद के नारों से पूरा सभागार गूज उठा इस कार्यक्रम में प्रदेशाध्यक्ष गोपाल गुप्ता, एसोसिएशन अध्यक्ष आनंद गुप्ता, विप्र कल्याण बोर्ड पूर्व उपाध्यक्ष मंजू शर्मा, राजेंद्र शर्मा, नरेश जाजू, प्रतीक जैन, नरेश अग्रवाल सहित अनेक गणमान्य अतिथियों ने भाग लेकर आयोजन की गरिमा बढ़ाई।
झोटवाड़ा के इस अधिवेशन ने यह संदेश दिया कि अब पत्रकारिता केवल सवाल पूछने तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि अपने अधिकारों के लिए संघर्ष का स्वरूप भी लेगी।