15 अगस्त सन 1947 – सरिता चौहान

15 अगस्त सन 1947
आजादी का दिन है हमारा।
यह देश महान
हाय हम सब की शान
यह तिरंगा ही है हम सब की पहचान।
हमारा मस्तक ऊंचा रखता
इस पर गर्व हिमालय करता
हम सब भारत मां की संतान
यह देश हमारा भारत महान।
उन वीर शहीदों को नमन करो
भारत माता का भजन करो
इंकलाब की बालियों से
झंडे को सलामी देते रहना
दीपक जो जेल राहों में
उसको न कभी बुझने देना
वतन की राह को आसान बनाए रखना।
हर अरमान को दिल में बसाए रखना।
अगली पत्तियों में हृदय के उदगार को सुने–
नमन करती हूं उन वीरांगनाओं को
जो आजादी के अंगार में कूद पड़ी
और जलकर राख हो गई।
खुद को खाक करके
हमें आजाद कर गई
उसे आजाद हिंद भारत को सलाम करती हूं।
हर घर तिरंगा घर-घर तिरंगा और
भारत वासियों के जज्बे को
प्रणाम करती हूं।
वीर शहीदों के इंकलाब की आवाज है तिरंगा।
हम सब देशवासियों की पहचान है तिरंगा।
जब तक जिएंगे तिरंगे को झुकने न देंगे।
झुकेंगे हमारे सर तिरंगे को सलामी देने के लिए।।
।।जय हिंद जय भारत।।
स्वरचित–
डॉ सरिता चौहान प्रवक्ता हिंदी पीएम श्री एडी राजकीय कन्या इंटर कॉलेज गोरखपुर उत्तर प्रदेश।।