चौबीस सौ तीर्थों के जल-रज लेकर जयपुर पहुंची ज्योति कलश रथ यात्रा
चौबीस सौ तीर्थों के जल-रज लेकर जयपुर पहुंची ज्योति कलश रथ यात्र
-रिंग रोड से प्रवेश, वाटिका में सर्व समाज ने किया स्वागत
-चालीस दिन तक सौ से अधिक कॉलोनियों में नगर भ्रमण
जयपुर। मनुष्य में देवत्व और धरती पर स्वर्ग के अवतरण के भागीरथी संकल्प के साथ अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार की ज्योति कलश रथ यात्रा बुधवार को जयपुर पहुंची। पुष्कर से आई ज्योति कलश रथ यात्रा ने रिंग रोड से जयपुर में प्रवेश किया। यहां से वाहन रैली के रूप में रथ यात्रा को वाटिका बस स्टैंड तक लाया गया। अंबेडकर सर्किल पर समाज के सर्व समाज ने पुष्प वर्षा कर ज्योति कलश रथ यात्रा का स्वागत किया। यहां से गाजेबाजे और कलश यात्रा के साथ नगर भ्रमण कराया गया। शांतिकुंज हरिद्वार से आए कलश में 2400 तीर्थांे का जल और रज है। वहीं, अखंड ज्योति 1926 से प्रज्जवलित है। ज्ञान यज्ञ की ज्योति जलाने हम घर घर में जाएंगे, नया जमाना नया सवेरा इस धरती पर लाएंगे…, हम बदलेंगे युग बदलेगा- हम सुधरेंगे-युग सुधरेगा…, मानव मात्र एक समान-एक पिता की सब संतान…जैसे जयघोष लगाते रथ यात्रा जिधर से भी गुजरी लोगों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। विभिन्न मार्गों से होते हुए ज्योति कलश रथ यात्रा वाटिका शक्तिपीठ पहुंची। यहां गायत्री परिवार जयपुर उप जोन समन्वयक सुशील कुमार शर्मा, गायत्री शक्तिपीठ वाटिका के व्यवस्थापक रणवीर सिंह चौधरी एवं ट्रस्टियों ने स्वागत और आरती की। सात नंवबर को सुबह गायत्री शक्तिपीठ वाटिका में गायत्री महायज्ञ के बाद रथ विभिन्न कॉलोनियों में भ्रमण करेगा।
सृजन के साथ संघर्ष जरुरी- डॉ. चिन्मय पंड्या:
इससे पूर्व सुबह देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति डॉ. चिन्मय पंड्याने सुबह तीर्थराज पुष्कर से ज्योति रथ कलश यात्रा का शुभारंभ किया।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि इस समय आसुरी शक्तियां अपना अस्तित्व बचाने के लिए पुरजोर लगा रही है। ऐसे में सृजन के साथ अवांछीयता से संघर्ष भी करना होगा।
हम सभी को एकजुट होकर सामूहिक प्रयास करने होंगे। एक मन से साधना की शक्ति से असुरता को परास्त किया जा सकता है। इसके लिए सभी को उठ खड़ा होना होगा और वह करना होगा जिसमें मानवीय गौरव हो। इस मौके पर शांतिकुंज हरिद्वार से आए शक्तिपीठ प्रकोष्ठ के प्रभारी योगेन्द्र गिरी, गायत्री परिवार राजस्थान के केन्द्रीय समन्वयक गौरीशंकर सैनी, गायत्री परिवार राजस्थान जोन समन्वयक ओमप्रकाश अग्रवाल, सतीश कौशिक, सतीश भाटी मंचस्थ थे।
चालीस दिन में गायत्रीमय होगा जयपुर:
सात और आठ नवंबर को प्रतापनगर-सांगानेर की विभिन्न कॉलोनियों में रथ यात्रा निकाली जाएगी। नौ-दस को दुर्गापुरा, 11-12 को गुर्जर की थड़ी, स्वेज फार्म, रामनगर, सोडाला, 13 को त्रिवेणीनगर, जय जवान कॉलोनी, 14 को मालवीयनगर, जगतपुरा, 15-16 को निर्माणनगर, श्यामनगर, वैशालीनगर, चित्रकूट, पांच्यावाला, 17-18 को गांधीनगर, बजाजनगर, टोंक फाटक, बरकत नगर, महेशनगर, 19 से 21 नवंबर तक आगरा रोड से समस्त परकोटा, 22 से 24 नवंबर तक शास्त्रीनगर, बनीपार्क, पानीपेच, अंबावाड़ी, विद्याधरनगर, मुरलीपुरा, खिरणी फाटक, सिरसी रोड, कालवाड़ रोड में ज्योति कलश रथ यात्रा निकाली जाएगी। 25 नवंबर से पांच दिसंबर तक मानसरोवर, अग्रवाल फार्म, एसएफएस, सुमेर नगर,गोल्यावास, मांग्यावास, पत्रकार कॉलोनी का क्षेत्र कवर किया जाएगा।