हमारे त्यौहार और संस्कृति:( परिवार का महत्वपूर्ण स्थान) — डॉ इंदु भार्गव

हमारे समाज में त्यौहार और संस्कृति का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है। ये न केवल हमारी परंपराओं और रीति-रिवाजों को जीवित रखते हैं, बल्कि परिवारों को एकजुट करने का भी कार्य करते हैं। भारत में हर त्यौहार का अपना एक विशेष महत्व है, जो हमसे जुड़े हमारे इतिहास, धर्म और संस्कृति को दर्शाता है। ये त्यौहार हमें अपने परिवार के साथ समय बिताने, एक दूसरे के साथ खुशियाँ साझा करने और एकता की भावना को मजबूत करने का अवसर प्रदान करते हैं।
त्यौहारों के दौरान परिवार एक साथ मिलकर खास समय बिताता है। यह समय न केवल खुशियों का होता है, बल्कि यह हमें अपनी संस्कृति से जुड़ने का भी एक अद्भुत मौका देता है। जैसे दीपावली पर घरों को सजाना, होली पर रंगों के साथ मिलकर आनंद मनाना, या ईद पर परिवार के साथ मिलकर पकवानों का स्वाद लेना, ये सभी पल हमारे जीवन के अनमोल हिस्से बन जाते हैं। इन विशेष अवसरों पर परिवार के सदस्य एक दूसरे के साथ हंसी-खुशी समय बिताते हैं, जिससे रिश्तों में और भी घनिष्ठता बढ़ती है।
हमारी संस्कृति में परिवार का महत्वपूर्ण स्थान है। परिवार की संतान, बुजुर्गों के अनुभव, और युवाओं की ऊर्जा मिलकर एक आदर्श समाज का निर्माण करती है। त्यौहारों पर विशेष रूप से बुजुर्गों का आशीर्वाद और उनके साथ बिताए गए पल हमारे जीवन को संस्कारित करते हैं। यही कारण है कि त्यौहारों के अवसर पर परिवार का एक साथ आना न केवल पारिवारिक संबंधों को मजबूती देता है, बल्कि यह हमारी सांस्कृतिक धरोहर को भी जीवित रखता है।
इस प्रकार, हमारे त्यौहार और संस्कृति न केवल हमें आनंद और उल्लास प्रदान करते हैं, बल्कि हमारे परिवारों के बीच के संबंधों को भी प्रगाढ़ बनाते हैं। यह हमारे जीवन में सांस्कृतिक धारा और पारिवारिक समरसता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनते हैं।
डॉ इंदु भार्गव जयपुर