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वर्तमान परिपेक्ष्य में पुस्तकों का महत्व

विश्व पुस्तक दिवस एक ऐसा अवसर है जब हम पुस्तकों के महत्व और उनके द्वारा प्रदान किए जाने वाले लाभों को मनाते हैं। यह दिन हमें पढ़ने की आदत को बढ़ावा देने और पुस्तकों के प्रति प्रेम को प्रोत्साहित करने के लिए प्रेरित करता है।
पुस्तकों का व्यक्तिगत सामाजिक एवं आध्यात्मिक घरेलू जीवन में बहुत बड़ा महत्व है ।
पुस्तकें हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। वे हमें ज्ञान प्रदान करती हैं, हमारी कल्पना शक्ति को बढ़ावा देती हैं, और हमें विभिन्न विषयों के बारे में जानने का अवसर प्रदान करती हैं। पुस्तकें हमें जीवन के विभिन्न पहलुओं के बारे में सिखाती हैं और हमें एक बेहतर व्यक्ति बनाने में मदद करती हैं।

पुस्तक पढ़ने के अतुल्य लाभ है,
पढ़ना हमारे जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह हमें ज्ञान प्रदान करता है, हमारी शब्दावली को बढ़ाता है, और हमारी कल्पना शक्ति को विकसित करता है। पढ़ने से हमें विभिन्न विषयों के बारे में जानने का अवसर मिलता है और हमें जीवन के विभिन्न पहलुओं के बारे में समझने में मदद मिलती है।

## पुस्तक दिवस का मैं इस समाज में बहुत महत्व है-
विश्व पुस्तक दिवस हमें पुस्तकों के महत्व और उनके द्वारा प्रदान किए जाने वाले लाभों के बारे में जागरूक करता है। यह दिन हमें पढ़ने की आदत को बढ़ावा देने और पुस्तकों के प्रति प्रेम को प्रोत्साहित करने के लिए प्रेरित करता है। पुस्तक दिवस हमें पुस्तकालयों और पुस्तक प्रकाशकों के महत्व के बारे में भी बताता है।
मेरा व्यक्तिगत विचार है कि विश्व पुस्तक दिवस एक ऐसा अवसर है जब हम पुस्तकों के महत्व और उनके द्वारा प्रदान किए जाने वाले लाभों को मनाते हैं। यह दिन हमें पढ़ने की आदत को बढ़ावा देने और पुस्तकों के प्रति प्रेम को प्रोत्साहित करने के लिए प्रेरित करता है। हमें पुस्तकों के महत्व को समझना चाहिए और पढ़ने की आदत को बढ़ावा देने के लिए काम करना चाहिए।
मेरी प्रिय पुस्तक मानव जाति के कल्याण हेतु एक ग्रंथ जो स्वयं परम पुरुष भगवान श्रीकृष्ण के द्वारा वर्णित है “भागवत गीता “एक प्राचीन और पवित्र हिंदू ग्रंथ है, जिसमें भगवान श्री कृष्ण और अर्जुन के बीच के संवाद के माध्यम से जीवन के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई है। यह पुस्तक जीवन के उद्देश्य, धर्म, कर्म, और आत्म-ज्ञान के बारे में गहराई से चर्चा करती है।
महान ग्रंथ भागवत गीता के मुख्य सिद्धांत है,
1. *कर्म*: भागवत गीता कर्म के महत्व पर जोर देती है, और बताती है कि हमें अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए।
2. *धर्म*: यह पुस्तक धर्म के महत्व पर प्रकाश डालती है, और बताती है कि धर्म के अनुसार जीवन जीने से हमें आत्म-ज्ञान और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
3. *आत्म-ज्ञान*: भागवत गीता आत्म-ज्ञान के महत्व पर जोर देती है, और बताती है कि आत्म-ज्ञान से हमें जीवन के उद्देश्य और अर्थ की समझ मिलती है।

मानव जीवन में भागवत गीता अध्ययन के विशेष लाभ हैं,
1. *जीवन के उद्देश्य की समझ*: भागवत गीता हमें जीवन के उद्देश्य और अर्थ की समझ प्रदान करती है।
2. *आत्म-ज्ञान*: यह पुस्तक हमें आत्म-ज्ञान की प्राप्ति में मदद करती है, जिससे हम अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं।
3. *मानसिक शांति*: भागवत गीता के सिद्धांतों का पालन करने से हमें मानसिक शांति और संतुष्टि मिलती है।
भागवत गीता एक पवित्र और प्रेरणादायक पुस्तक है, जो हमें जीवन के विभिन्न पहलुओं पर गहराई से चर्चा करने का अवसर प्रदान करती है। इसके सिद्धांतों का पालन करने से हमें जीवन के उद्देश्य और अर्थ की समझ मिलती है, और हम अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं।
क़लम से -दीपक शर्मा (जांगिड)
शिक्षाविद् एवं अधिवक्ता।

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