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फेसबुक के फ्रौडीये (भाग-३) रेस्टोरेंट स्कैम–राजेश कुमार ‘राज

 

राघव दिल्ली में कनाटप्लेस के एक महंगे रेस्टोरेंट में बैठ कर किसी के आने की प्रतीक्षा कर रहा था. उसे आये हुए लगभग १५ मिनट्स हो गए थे. वह बार-बार बेचैनी से अपनी कलाई घड़ी को देख रहा था. तभी उसकी आँखें आश्चर्य मिश्रित हर्ष से फ़ैल गयी जब उसने रेस्टोरेंट के मुख्य द्वार से एक २०-२२ साल की बेहद खूबसूरत छरहरी लड़की को अन्दर आते हुए देखा. वह सीधी राघव की टेबल पर आई और उसकी तरफ एक मनमोहक स्मित बिखेरते हुए उसके सामने वाली कुर्सी पर बैठ गयी. लड़की ने बड़ी बेतकल्लुफी से राघव के साथ हाथ मिलाया. दोनों के बीच औपचारिक बातचीत का दौर शुरू हो गया. दोनों बड़े ही निश्चिन्त से दिखाई पड़ रहे थे मानो एक दूसरे को बरसों से जानते हों.

वो दोनों बातचीत कर ही रहे थे इतने में उनके सामने वेटर आकर खड़ा हो गया और उनका आर्डर पूछने लगा. राघव ने लेडीज फर्स्ट बोलकर मेनू उस लड़की की तरफ खिसका दिया. लड़की ने निस्संकोच दो कोल्ड कॉफ़ी और कुछ स्नैक्स का आर्डर कर दिया और एक बार फिर दोनों बातों में लिप्त हो गए. राघव को पता ही नहीं चला कि कब लड़की का हाथ उसके हाथों में आ गया. वह उसके नर्म गुदाज हाथ की हलकी-हलकी सी उष्णता को अनुभव कर रोमांचित हो रहा था मानो वह स्वर्ग में आ गया हो और वह युवती इंद्र की कोई अप्सरा हो.

दोनों की रंगीन चुप्पी को तोड़ते हुए वेटर ने उनका आर्डर टेबल पर सजा दिया. अब मजबूरी में राघव को युवती का हाथ छोड़ना पड़ा और दोनों कॉफ़ी की चुस्कियों का मजा लेते हुए एक दुसरे की तरफ कामुक निगाहों से देखने लगे. इसी बीच युवती का मोबाइल बज उठा. उसने सामने वाले से बात करते हुए कहा, “पापा आप चिंता मत करो आप मम्मी को लेकर हॉस्पिटल पहुचो मै सीधे हॉस्पिटल ही पहुँच रही हूँ.” युवती ने अपनी आँखों में खेद का भाव लिए राघव से कहा, “मेरी मम्मी को हार्ट अटैक पड़ा है. मुझे अविलम्ब जाना पड़ेगा. तुम्हें छोड़ कर जाने का मन तो नहीं था लेकिन मजबूरी है. हम फिर मिलेंगे और एन्जॉय करेंगे.” यह कह कर वह लड़की हडबडाहट भरे तेज कदमो से रेस्टोरेंट के बहार चली गयी. उधर राघव को लगा कि वह अचानक स्वर्ग से जमीन पर आ गिरा. जैसे वह किसी सुन्दर सपने से जाग गया हो. खैर उसने खुद को संयत किया और अपनी अगली मुलाकात के बारे में सोच कर रोमांचित होने लगा.

“सर आपका बिल.” वेटर की इस आवाज ने उसे भविष्य के मधुर सपने से जगा दिया. वेटर ने राघव को बिल थमाया जिसे देख कर उसकी सिट्टी-पिट्टी गुम हो गयी. दो कोल्ड कॉफ़ी और चंद स्नैक्स का बिल पाँच हजार छः सौ पिचहत्तर रुपये था. जो कुछ उन्होंने खाया था बिल उस से कई गुणा ज्यादा था. उसने बिल पर आपत्ति जतायी तो वेटर ने अपने मेनेजर को बुला लिया जिसने बड़े ही सख्त लहजे में उसे बेइज्जत किया, “यदि जेब में पैसे नहीं थे तो लड़की को इतने महंगे रेस्टोरेंट में क्यों लेकर आये? किसी रोड साइड दुकान में चाय पिला दी होती.” लेकिन राघव ने विरोध करना जारी रखा. इस पर मेनेजर ने अपने बाउंसरों को बुला लिया. बाउंसरों ने राघव को दो-चार थप्पड़-घूंसे रसीद कर दिए और उसको धमकाया कि यदि उसने बिल नहीं चुकाया तो उसकी पत्नी को उस लड़की और तुम्हारी तस्वीरें भेज दी जायेंगी. अब मरता क्या ना करता. राघव ने बिल भरा और आत्मग्लानि से बोझिल शरीर को लगभग ढोते हुए सा उस रेस्टोरेंट से बहार निकल आया. जो बिल ५०० रुपये से किसी भी तरह ज्यादा नहीं होना चाहिए था उसके लिए उसने लगभग ६ हजार रुपये चुकाए, मार खायी और बेइज्जत हुआ सो अलग.

उसने रेस्टोरेंट से बहार आते ही सबसे पहला काम यह किया कि उस लड़की को कॉल लगाया. लेकिन ये क्या सामने से कोई जवाब नहीं आ रहा था. इस घोषणा “जिस नंबर पर आप संपर्क करना चाह रहे हैं वह मौजूद नहीं है” ने उसे और अधिक उलझा दिया. उधर काउंटर पर बैठे मेनेजर के चेहरे पर उसे देख कर एक कुटिल मुस्कान तैर गयी थी. मानो वह कह रहा हो “बेटा तुम्हारा उल्लू कट गया है.” अब तक राघव के सामने भी तस्वीर साफ़ होने लगी थी. उसे समझ आ गया था कि उसके साथ उस लड़की और रेस्टोरेंट वालों ने मिलकर स्कैम कर दिया है.

राघव पिछले हफ्ते सोशल मीडिया पर सलोनी नाम की लड़की से मिला था. खूब बातें हुई. दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे थे. उस लड़की ने खुद राघव को कॉफ़ी डेट पर चलने के लिए प्रस्ताव दिया था जिसे राघव ने सहर्ष मान लिया. लड़की ने खुद ही एक रेस्टोरेंट का नाम सुझाया था और उसी में मिलने के लिए समय और तारीख पक्की कर दी थी. अब तक पाठक समझ ही गए होंगे कि राघव के साथ जो उपरोक्त स्कैम हुआ उसे करने वालों में वह सलोनी नाम की लड़की और रेस्टोरेंट वाले शामिल थे. राघव को तो लुट कर अक्ल आ गयी लेकिन आपके लिए बेहतर होगा कि इस घटना से सबक लें और भविष्य में होने वाले इस तरह के किसी भी स्कैम से खुद को सुरक्षित करें.

कतिपय सुझाव दे रहा हूँ जिन पर चल कर आप खुद को ऐसे स्कैम्स से लगभग ९० प्रतिशत तक सुरक्षित कर सकते हैं.

१. किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर किसी भी अनजान व्यक्ति की फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार ना करें.

२. फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार करने से पहले यह देख लें कि क्या फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजने वाले और आपके बीच में कोई कॉमन फ्रेंड्स हैं. यदि हैं तो पहले उन कॉमन दोस्तों से बात कीजिये तथा उनसे आपको फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजने वाले व्यक्ति के बारे में पूछताछ कीजिये. अगर उनकी रिपोर्ट में उसके विरुद्ध कुछ में संदेहास्पद नहीं मिलता तो तब जाकर उसकी फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार करें. अगर कोई युवा महिला किसी उम्र दराज व्यक्ति को मित्रता प्रस्ताव भेजती है तो उसके पीछे उस महिला का कोई न कोई छुपा मंसूबा हो सकता है. ऐसे मित्रता प्रस्तावों को तुरंत ख़ारिज कर दें.

३. किसी भी लॉक्ड प्रोफाइल/अकाउंट की फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार मत कीजिये. क्योंकि आप उस व्यक्ति के प्रोफाइल के बारे में कुछ भी जान नहीं सकते. ऐसे व्यक्तियों की मंशा गलत हो सकती है. परन्तु सभी लॉक्ड अकाउंट गलत नहीं होते लेकिन यह शंका करने का एक आधार तो है ही .

४. किसी भी ऐसे प्रोफाइल/अकाउंट की फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार मत कीजिये जिसने प्रोफाइल में अपना फोटो ना लगाया हो बल्कि किसी जानवर, कोई प्राकृतिक दृश्य, किसी सेलेब्रिटी या किसी अन्य की फोटो लगा रखी हो. ऐसा व्यक्ति अपनी असल पहचान छुपा कर रखना चाहता है ताकि आपको धोखा देने के बाद उसको आप सोशल मीडिया पर खोज ना सकें.

५. बातचीत के दौरान अपनी किसी भी तरह की व्यक्तिगत, पारिवारिक और व्यावसायिक जानकारी सामने वाले को ना दें. अक्सर इस तरह के महिला/पुरुष आपकी उपरोक्त तीनो प्रकार की हैसियतों को मद्दे नजर रख कर आपको फंसाने के लिए उपयुक्त जाल बुनते हैं.

६. इस तरह के स्कैम्स के विरुद्ध सबसे बड़ा और कारगर उपाय यह है कि आप कभी भी सामने वाली महिला द्वारा सुझाये गए स्थान, जैसे होटल, रेस्टोरेंट्स, कैफ़े आदि में ना जायें. बल्कि उन्हें अपनी पसंद की जगह पर बुलायें. अगर वो आने में आनकानी करें तो समझ जाइये दाल में कुछ काला है. तुरंत ऐसी महिला से सम्बन्ध विच्छेद कर लीजिये.

७. सोशल मीडिया पर किसी के भी अवांछित और अप्रत्याशित व्यवहार के प्रति हमेशा सजग रहिये. अपनी छ्ठी इंद्री को हमेशा जागृत रखिये. संदेह करना सीखिए. सोशल मीडिया की दुनियाँ उतनी भी अच्छी और ईमानदार नहीं है जितना आप समझते हैं. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लोगों की प्रोफाइल फोटो नकली हो सकती है, व्यक्तिगत जानकारी झूठी हो सकती है, उम्र गलत बताई जा सकती है, लिंग गलत बताया जा सकता है, एक लड़का किसी लड़की के अकाउंट से चैट कर सकता है, और ना जाने क्या-क्या हो सकता है. इस मामले में ‘स्काई इज दि लिमिट’ वाला फार्मूला लागू होता है. आप सोच भी नहीं सकते कि फ्रौड्स किस-किस तरीके से आपको हनी ट्रैप/मनी ट्रैप में फंसा कर लूट सकते हैं.

सावधान रहिये सुरक्षित रहिये.

अगले अंक में किसी अन्य फ्रॉड के बारे में बात करेंगे.
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