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योग ही जीवन है — माया शर्मा

योग प्रसन्नता का मूल मंत्र है ।
जीवन सुखद बनाने का स्रोत है ।
योग स्वस्थ जीवन का पर्याय है ।
योग बिना जीवन निष्प्राण है ।
योग सुस्ती भगाता है ।
योग चुस्ती जगाता है ।
योग जीवन को सुव्यवस्थित
और सु -नियोजित बनाता है।
योग मन को मजबूत बनाता है।
योग तन को निरोगी बनाता है।
जीवन भर रोग व्याधियों से
दूर रहता है जो योग अपनाता है।
माया शर्मा/स्वरचित