श्री वार्ष्णेय महिला सभा का भव्य वार्षिकोत्सव सम्पन्न, सुन्दरकांड पाठ और झूले की झलकियों ने मोहा मन

दिल्ली – श्री वार्ष्णेय महिला सभा (पंजी.) दिल्ली द्वारा वार्ष्णेय भवन, शालीमार बाग में आयोजित वार्षिकोत्सव बड़े हर्षोल्लास और श्रद्धा भाव से संपन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत सभा की संरक्षिका सुमन वार्ष्णेय के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ हेतु आयोजित सुन्दरकांड पाठ से हुई, जो अत्यंत भावपूर्ण और श्रद्धामय वातावरण में5 सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ कशिश काव्य मंच की संस्थापिका एवं अध्यक्षा श्रीमती कंचन वार्ष्णेय ‘कशिश’ ने फीता काटकर किया। इसके उपरांत सरला गुप्ता ने अक्रूर जी महाराज के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन कर सुन्दरकांड पाठ का विधिवत आरंभ किया। समाजसेवा को समर्पित इस आयोजन में स्व. श्यामा चरण वार्ष्णेय जी की पुण्य स्मृति में मनीषा वार्ष्णेय द्वारा 12वीं कक्षा में 90% से अधिक अंक प्राप्त करने वाली दिल्ली-एनसीआर की छात्राओं को कैश प्राइज, गिफ्ट हैंपर एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया, जिससे समाज में शिक्षा के प्रति प्रोत्साहन का संदेश गया। कार्यक्रम के दूसरे चरण में सावन की मल्हार और राधा-कृष्ण के झूले के गीतों ने समा बाँध दिया। झूला सज्जा और सावन का सेल्फी पॉइंट महिलाओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहा। इस पावन अवसर पर वार्ष्णेय समाज के सम्मानित वरिष्ठजन – गंगाप्रसाद सुमन, श्याम सुंदर वार्ष्णेय, प्रमोद गुप्ता, सी. ए. शरद वार्ष्णेय, राकेश वार्ष्णेय, वीरेंद्र वार्ष्णेय, योगेंद्र वार्ष्णेय, विकास वार्ष्णेय, गिरीश वार्ष्णेय, नवीन गुप्ता, चंद्रकांत वार्ष्णेय, प्रवीण गुप्ता एवं दीपक गुप्ता – की गरिमामयी उपस्थिति ने आयोजन को गौरवपूर्ण बनाया।
कार्यक्रम के पश्चात सभी अतिथियों और उपस्थित जनों ने प्रसाद एवं सुस्वादु भोजन ग्रहण कर कार्यक्रम की पूर्णता का अनुभव किया।कार्यक्रम को सफल बनाने में श्री वार्ष्णेय महिला सभा पंजी दिल्ली की कार्यकारिणी की अहम भूमिका रही, जिनमें प्रमुख रूप से
कमलेश गुप्ता संरक्षक सदस्य , दिव्या वार्ष्णेय संरक्षिका, रंजना वार्ष्णेय प्रधान,
तृप्ति गुप्ता महामंत्री, प्रीती गुप्ता कोषाध्यक्ष, साधना देवेश वार्ष्णेय संगठन मंत्री, बीना गुप्ता, रुचि वार्ष्णेय उप प्रधान, मंजु छवि गुप्ता उप मंत्री, मीरा गुप्ता (सांस्कृतिक मंत्री, विधात्रि प्रकाश, अनीता गुप्ता, तारा वार्ष्णेय, भावना गुप्ता, प्रीती वार्ष्णेय, बबिता वार्ष्णेय सभासद समेत सभी सदस्यों का अथक योगदान रहा। यह आयोजन न केवल सामाजिक एकता और सांस्कृतिक अभिव्यक्ति का प्रतीक बना, बल्कि समाज में महिला सशक्तिकरण, शिक्षा और सेवा भाव का सशक्त संदेश भी प्रसारित करता रहा।