मंजू शर्मा: जनता की सशक्त आवाज और समाज सेवा का प्रतीक
मंजू शर्मा: जनता की सशक्त आवाज और समाज सेवा का प्रतीक
जयपुर – झोटवाड़ा मंजू शर्मा, एक प्रमुख समाजसेवी और भूतपूर्व विप्र कल्याण बोर्ड की उपाध्यक्ष, ने समाज के कल्याण के लिए अपने जीवन का बड़ा हिस्सा समर्पित किया है। उनके नेतृत्व और सक्रियता का सबसे हालिया उदाहरण टूटी हुई सड़कों का मुद्दा है, जिसे उन्होंने जोर-शोर से उठाया। उनके प्रयासों के परिणामस्वरूप, क्षेत्र की जनता को इस समस्या से राहत मिलने की उम्मीद है।
लगभग तीन दशकों से, मंजू शर्मा समाज के हित में अनेकों कार्य कर रही हैं। उनकी समाज सेवा के प्रति निष्ठा और समर्पण के कारण वे जनता के बीच अत्यंत लोकप्रिय हैं। उनकी सेवाएँ जनहितार्थ कार्यों तक सीमित नहीं हैं; उन्होंने समाज की जागरूकता के लिए ‘जन जागृति मंच’ की स्थापना भी की है। इस मंच के माध्यम से वे जनता को उनके अधिकारों और जिम्मेदारियों के प्रति सचेत करती हैं, और समाज में जागरूकता फैलाने का कार्य करती हैं।
मंजू शर्मा का व्यक्तित्व समाज सेवा और नेतृत्व की मिसाल है। वे न केवल समस्याओं को उजागर करती हैं, बल्कि उनके समाधान के लिए सक्रिय रूप से कार्य भी करती हैं। उनकी लोकप्रियता का आधार उनका संवेदनशील और जागरूक दृष्टिकोण है, जिसने उन्हें जनता का सच्चा नेता बना दिया है।