विमल कुमार शर्मा: सुंदरकांड के प्रमुख वाचक व सनातन धर्म के प्रेरणा के प्रतीक।
विमल कुमार शर्मा: सुंदरकांड के प्रमुख वाचक व सनातन धर्म के प्रेरणा के प्रतीक
विमल कुमार शर्मा, श्री वीर हनुमान मित्र मंडल के संस्थापक और सुंदरकांड के प्रमुख वक्ता, अपनी मधुर आवाज़ से भक्तों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं। उनके वक्तव्य में जो श्रद्धा और भक्ति का रंग होता है, वह सुनने वालों के दिलों पर गहरी छाप छोड़ जाता है। सनातन धर्म के प्रचार और प्रसार में वे अद्वितीय योगदान दे रहे हैं, जिससे समाज में धार्मिक चेतना का संचार हो रहा है।
व्यवसाय में भी उनकी गहरी पकड़ है, जिसमें उनकी सूझ-बूझ और मेहनत का बड़ा हाथ है। उनकी यह विशेषता उन्हें एक सफल व्यापारी और कुशल व्यवस्थापक बनाती है। व्यापार के क्षेत्र में उनकी रणनीतियाँ और कार्यशैली लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।
सेवा भाव से ओतप्रोत और सरल स्वभाव के धनी विमल कुमार शर्मा न केवल धर्म के प्रचार में लगे रहते हैं, बल्कि समाज की सेवा में भी अग्रणी भूमिका निभाते हैं। उनकी सेवा भावना और सादगी का मिलन उनके व्यक्तित्व को और भी ऊंचा बना देता है। वे हर किसी से स्नेहपूर्वक मिलते हैं और उनकी मदद करने में तत्पर रहते हैं, जिससे समाज में उनकी एक आदर्श छवि बन चुकी है।
विमल कुमार शर्मा का जीवन सनातन धर्म, सेवा और सरलता की प्रेरणा का प्रतीक है। उनके कार्यों से न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक क्षेत्र में भी सकारात्मक बदलाव की लहर फैल रही है।
जे पी शर्मा / जर्नलिस्ट