बाल मेला 2024: बच्चों में आत्मनिर्भरता और व्यापारिक कौशल का विकास
बाल मेला 2024: बच्चों में आत्मनिर्भरता और व्यापारिक कौशल का विकास
जयपुर। मुरलीपुरा स्थित एक शैक्षणिक संस्थान में स्वच्छता, स्वास्थ्य, और व्यापारिक कौशल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बाल मेले का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यमंत्री कार्यालय में कोऑर्डिनेटर राकेश शर्मा ने विद्यालय के प्रधानाचार्य अशोक कुमार शर्मा और सचिव आयुष शर्मा के साथ दीप प्रज्वलन कर किया।
बच्चों की रचनात्मकता को सराहना
मुख्य अतिथि राकेश शर्मा ने बच्चों की रचनात्मकता और स्वच्छता तथा स्वास्थ्य के प्रति उनकी जागरूकता की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, “यह प्रयास बच्चों के व्यक्तित्व विकास का एक महत्वपूर्ण कदम है। आत्मनिर्भरता का यह अनुभव उनके भविष्य को सकारात्मक दिशा देगा।”
स्वस्थ और सुरक्षित खाद्य पदार्थों का प्रदर्शन
बाल मेले में बच्चों द्वारा तैयार किए गए खाने-पीने के स्टॉल्स आकर्षण का केंद्र रहे। इन स्टॉल्स पर हाइजीन का विशेष ध्यान रखा गया, जिससे सभी खाद्य पदार्थ सुरक्षित और स्वास्थ्यवर्धक रहे। बच्चों ने संतुलित आहार के महत्व को समझते हुए पोषण से भरपूर व्यंजनों का चयन किया।
व्यापारिक कौशल का विकास
बाल मेले का मुख्य उद्देश्य बच्चों में व्यापार की कला विकसित करना था। बच्चों ने स्टॉल की सजावट, उत्पादों की बिक्री, और ग्राहक सेवा की जिम्मेदारी संभाली। उनके प्रयासों ने व्यापारिक समझ, विपणन और उचित मूल्य निर्धारण जैसे गुणों का विकास किया।
विद्यालय प्रशासन का संदेश
प्रधानाचार्य अशोक कुमार शर्मा ने कहा, “यह मेला बच्चों को आत्मनिर्भरता और सामाजिक संपर्क का अनोखा अनुभव प्रदान करता है।” वहीं, सचिव आयुष शर्मा ने बच्चों को इस तरह के व्यावहारिक अनुभवों से सीखने और अपने कौशल को निखारने के लिए प्रोत्साहित किया।
समग्र विकास का मंच
बाल मेला 2024 न केवल बच्चों और दर्शकों के लिए मनोरंजन का माध्यम बना, बल्कि स्वच्छता, स्वास्थ्य, पोषण और व्यापारिक कौशल के विकास का एक अद्भुत मंच भी साबित हुआ। इस आयोजन ने बच्चों में आत्मविश्वास और रचनात्मकता को बढ़ावा देकर उनके सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया।