राष्ट्र नायक अटल बिहारी वाजपेयी स्मृति सम्मान-2024″ से साहित्यकार-पत्रकार और समाजसेवी हुए सम्मानित
मैन ऑफ़ टाइम-अंतर्राष्ट्रीय सदभावना मंच द्वारा "एक शाम : भारत रत्न कवि अटल बिहारी वाजपेयी के नाम"
“कालजयी अमर कवि अटल बिहारी वाजपेयी सभी के लिए प्रेरणा स्रोत” – कवि संदीप कपूर वक़्तनाम
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सेमिनार-कवि सम्मेलन-सम्मान समारोह
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“बहुत जला.. वह दीया.. बुझ गया।
अज़ीज़ था .. मसीहा .. उठ गया।।”
– कवि संदीप कपूर वक़्तनाम
भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री कवि अटल बिहारी वाजपेयी की 100 वीं जयंती.. जन्म शताब्दी पर मैन ऑफ़ टाइम-विश्व़ सुरक्षा अभियान..अंतर्राष्ट्रीय सदभावना मंच के तत्वावधान में 139 वॉं आयोजन : एक शाम – भारत रत्न कवि अटल बिहारी वाजपेयी के नाम.. सेमिनार-कवि सम्मेलन और सम्मान समारोह संस्थापक-अध्यक्ष कवि संदीप कपूर वक़्तनाम की अध्यक्षता में किया गया। उन्होंने 25 दिसंबर शाम 07 बजे अंतर्राष्ट्रीय पटल गूगल मीट पर जय भारत – जय जगत उदघोष और गुरु वंदना से कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए नमन गीत गाया –
“कवि अटल बिहारी वाजपेयी भारत की शान।
उन्हें शत्-शत् नमन.. और है उनका सम्मान।।”
गणेश वंदना डॉ० कृष्णा सिंह ने और स्वागत गान कवयित्री ब्राह्मी कपूर एवं कवयित्री विश्व़ांगी कपूर ने किया।
उदघाटनकर्ता रेल मंत्रालय भारत सरकार ईस्टर्न रेलवे मालदा पश्च़िम बंगाल के एडीआरएम शिव कुमार प्रसाद, मुख्य अतिथि कवि-साहित्यकार रिटायर्ड एडीएम डॉ० शारदाचरण, विशिष्ट अतिथि नज़र इंडिया 24 के मुख्य सम्पादक एवं काव्य स्थली साहित्यिक मंच के संरक्षक वरिष्ठ पत्रकार कवि जे० पी० शर्मा, भारत सरकार मालदा रेलवे राजभाषा विभाग के वरिष्ठ अनुवादक विद्या सागर, महासचिव समाजसेवी संध्या कपूर, संरक्षक अध्यापक ब्रजेश कु० प्रसाद गौरव, ई०अजीत कुमार सिंह, कार्यक्रम निर्देशक डॉ० कृष्णा सिंह और कला निर्देशक डॉ० तृप्ति कुमारी तान्या ने भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की 100 वीं जयंती पर सभी को शुभकामनाएं दी।
भारत रत्न कवि अटल बिहारी वाजपेयी पर सेमिनार में कवि संदीप कपूर वक़्तनाम ने कहा कि कालजयी अमर कवि अटल बिहारी वाजपेयी अपने नाम के अनुरूप निर्भीक, अटल, मिलनसार, कर्मठ, सबों के लिए प्रेरणा स्रोत एक बहुआयामी मानव थे। भारत माता के सच्चे सपूत सजग प्रहरी पत्रकार-साहित्यकार-राष्ट्र नायक पूर्व प्रधानमंत्री के रूप में उनके योगदान अमिट हैं। उन्हें नमन-वंदन-अभिनंदन कर हम उनके व्यक्त़ित्व और कृतित्व का अनुसरण करें। उनके प्रति यही सच्ची कृतज्ञता होगी।
कवि सम्मेलन में एडीआरएम कवि शिव कुमार प्रसाद ने अपनी कविता सुनाया- नये वर्ष 2025 में एक नई पहल हो अधूरे रहे जो वाजपेयी जी के सपने अब उसका भी हल हो,
कवि अभय कुमार- हे महामानव हे देश के महारत्न अटल जन्म शति पर आपको शत्-शत् नमन, डॉ० कृष्णा सिंह- सरलता सादगी शिष्टाचार की मूर्ति थे वे, जन-जन के प्रिय भविष्य के द्रष्टा थे वे, डॉ० तृप्ति कुमारी तान्या- मन में ये प्रेरक मूर्ति रहे जबतक मानस पटल रहे, अजातशत्रु जनमानस के अनन्य अध्येता अटल रहे, कवि सुयश श्रेयस- अंधेरा भी छटा कमल भी खिला, आपके जैसा नेता हमें दुबारा ना मिला.. सभी ने अपनी कविता-गीत-ग़ज़ल की शानदार प्रस्तुति दी। सम्मान समारोह में प्रबुद्ध साहित्यकार-पत्रकार और समाजसेवी बंधुओं को उत्कृष्ट योगदान के लिए “राष्ट्र नायक अटल बिहारी वाजपेयी स्मृति सम्मान-2024” प्रशस्ति-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ० कृष्णा सिंह ने किया।