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मकर संक्रांति पर चौक मंदिर में उमड़ी भक्तों की भीड़

 

रिपोर्ट: अरविंद शर्मा, ब्यूरो चीफ महराजगंज, उत्तर प्रदेश

महराजगंज ज़िले के मुख्यालय से लगभग 13 किलोमीटर की दूरी पर स्थित चौक बाज़ार के गुरु गोरक्षनाथ मंदिर में मकर संक्रांति के पावन पर्व पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। सुबह से ही भक्तों की लंबी कतारें मंदिर परिसर में देखी गईं। श्रद्धालु परंपरागत रूप से गुरु गोरक्षनाथ को खिचड़ी अर्पित कर उनका आशीर्वाद प्राप्त कर रहे थे।

देश-विदेश से पहुंचे श्रद्धालु

हर वर्ष की तरह इस बार भी बिहार, कुशीनगर, नेपाल और दूर-दराज़ के गांवों से हज़ारों श्रद्धालु पूजन-दर्शन और खिचड़ी चढ़ाने पहुंचे। मंदिर के पुजारी बाबा लक्ष्मणनाथ ने सोमवार को फीता काटकर मेले का औपचारिक शुभारंभ किया। मंगलवार को ब्रह्म मुहूर्त में सुबह तीन बजे बाबा लक्ष्मणनाथ ने विधि-विधान से भगवान गुरु गोरक्षनाथ को खिचड़ी अर्पित की और भक्तों के सुख, समृद्धि और राष्ट्र कल्याण की प्रार्थना की।

सुरक्षा और सुविधाओं का पुख्ता इंतज़ाम

मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष प्रबंध किए थे। अराजक तत्वों पर नजर रखने के लिए मंदिर परिसर में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया। जिलाधिकारी ने ठंड के मौसम को ध्यान में रखते हुए श्रद्धालुओं के लिए अलाव और जलावन की लकड़ी की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की।

स्वास्थ्य सुविधाएं:

मेले में 24 घंटे एम्बुलेंस और स्वास्थ्य कैंप की व्यवस्था की गई थी।

स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों और सहायक स्टाफ को चौक और मीठौरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर अलर्ट मोड में रखा गया।

पार्किंग और साफ-सफाई:

वाहनों के लिए अलग-अलग मार्गों पर पार्किंग की व्यवस्था थी।

नगर निकाय ने मंदिर के पास पेयजल और चल शौचालय की सुविधा उपलब्ध कराई।

अधिकारियों ने लिया मेले का जायज़ा

महराजगंज के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने मेले का निरीक्षण किया और सभी व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया। श्रद्धालुओं ने मेले की बेहतर सुरक्षा और सुविधाओं के लिए अधिकारियों का आभार जताया।

तीन दिवसीय मेले का आयोजन

मकर संक्रांति के पावन अवसर पर हर साल तीन दिवसीय मेले का आयोजन होता है। इस दौरान मंदिर और पूरा चौक बाज़ार गुरु गोरक्षनाथ के जयघोष और मंत्रोच्चार से भक्तिमय हो जाता है।

मनोरंजन की व्यवस्था:

मेले में टावर झूला, ब्रेक डांस, मैजिक शो, मौत का कुआं, और सर्कस जैसी मनोरंजक गतिविधियां लगीं।

विभिन्न प्रकार की छोटी-बड़ी दुकानों ने मेले को और भव्य बना दिया।

भक्तिमय माहौल

गुरु गोरक्षनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की अपार भीड़, जयघोष और भक्ति से संपूर्ण क्षेत्र में एक आध्यात्मिक और पावन माहौल बना रहा। मकर संक्रांति पर यह आयोजन श्रद्धालुओं के लिए न केवल आध्यात्मिक शांति का स्रोत बना, बल्कि सामाजिक समरसता का प्रतीक भी।

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