Uncategorized

नव वर्ष का स्वागत: लाल आर. साधुवानी ने दारू नहीं, दूध से किया राष्ट्रीय व्यसन मुक्ति अभियान की अनूठी पहल

 

जयपुर, 31 दिसंबर 2024 – नव वर्ष के स्वागत को नई दिशा देते हुए, अप्रवासी भारतीय लाल आर. साधुवानी ने अमेरिका से प्रेरणा लेकर जयपुर में एक अद्वितीय कार्यक्रम का आयोजन किया। “नव वर्ष का स्वागत शराब से नहीं, दूध से” के संदेश के साथ, इस कार्यक्रम को 43 स्थानों पर भव्य रूप से आयोजित किया गया।

कार्यक्रम का आयोजन गायत्री सप्त क्रांति ट्रस्ट, लोटस, संत बाबा मेहरदास ट्रस्ट, जय हिंद शुभकामना ग्रुप और अन्य स्थानीय संस्थाओं के सहयोग से किया गया। इस पहल के तहत 5000 लीटर से भी अधिक दूध निःशुल्क पिलाया गया। आयोजन का मुख्य उद्देश्य युवाओं को नशाखोरी से बचाना और समाज में सुसंस्कारों की स्थापना करना था।

कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएं:

1. दूध वितरण:
रात्रि 6:00 से 12:00 बजे तक 43 स्थानों पर दूध का वितरण किया गया। लोगों ने बड़े उत्साह से इस पहल में भाग लिया।

2. नशा मुक्ति परामर्श केंद्र:
प्रत्येक स्थल पर नशा मुक्ति परामर्श केंद्र लगाए गए। यहां परामर्शदाताओं ने नशा करने वालों को व्यसन मुक्त जीवन की प्रेरणा दी।

3. प्रदर्शनियां और औषधियां:
नशा मुक्ति के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के लिए बैनर और प्रदर्शनी लगाई गईं। साथ ही, नशा मुक्ति औषधि भी उपलब्ध कराई गई।

4. ई-शपथ अभियान:
आयोजन के दौरान उपस्थित लोगों ने नशा मुक्ति की ई-शपथ ली, जिसमें उन्होंने व्यसन से दूर रहने और समाज में जागरूकता फैलाने का संकल्प लिया।

5. गणमान्य नागरिकों की भागीदारी:
सभी स्थानों पर स्थानीय पार्षदों और गणमान्य नागरिकों ने उपस्थित रहकर कार्यक्रम को सफल बनाया।

 

लाल आर. साधुवानी का संदेश:

लाल आर. साधुवानी ने कहा, “युवाओं को नशे की आदत से बचाना और उन्हें सकारात्मक जीवन जीने के लिए प्रेरित करना हमारा लक्ष्य है। नव वर्ष का स्वागत शराब जैसी बुरी आदतों के बजाय, दूध जैसे स्वस्थ विकल्प के साथ करना समाज के लिए प्रेरणादायक कदम है।”

समाज में जागरूकता का संदेश

डांस बार और पब में जाकर नशाखोरी में डूबते युवाओं को सही राह दिखाने के लिए यह आयोजन एक नई पहल साबित हुआ। इस कार्यक्रम ने समाज में नशा मुक्त जीवन की दिशा में सकारात्मक संदेश दिया।

यह आयोजन न केवल जयपुर बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणा है। इस तरह की पहलें युवाओं को बुरी आदतों से बचाने और समाज में सुसंस्कारों की स्थापना में मददगार साबित होंगी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!