अमित अग्रवाल नाम : समर्पण और नेतृत्व का प्रतीक

“सेवा ही धर्म है” – इस विचारधारा को आत्मसात करने वाले अमित अग्रवाल न केवल एक सफल प्रशासक हैं, बल्कि एक संवेदनशील, विनम्र और समर्पित व्यक्ति भी हैं। चौबीसों घंटे, सातों दिन सेवा के लिए तत्पर, वे शिक्षा के क्षेत्र में एक प्रेरणास्रोत बन चुके हैं।
नेतृत्व में अनुशासन और सफलता
जयहिंद विद्या मंदिर के डायरेक्टर के रूप में अमित अग्रवाल ने शिक्षा को नए आयाम दिए हैं। उनकी कुशल नेतृत्व क्षमता का ही परिणाम है कि स्कूल का बोर्ड परीक्षा परिणाम हर वर्ष 98% से अधिक रहता है। यह केवल छात्रों की मेहनत का ही नहीं, बल्कि उनकी प्रेरणादायक दिशा, समय की पाबंदी (पंचुअलिटी) और शिक्षकों के साथ उनके आत्मीय संबंधों का भी प्रमाण है। स्कूल स्टाफ उनके सौम्य और सहयोगी व्यवहार से बेहद संतुष्ट रहता है।
सबके चहेते और विशाल हृदय के धनी
अमित अग्रवाल केवल एक प्रशासक नहीं, बल्कि एक मार्गदर्शक और अभिभावक भी हैं। वे अपने विशाल हृदय से हर किसी को साथ लेकर चलते हैं। उनका व्यवहार ऐसा है कि शिक्षक, कर्मचारी, विद्यार्थी और अभिभावक – सभी उनके प्रति सम्मान और श्रद्धा का भाव रखते हैं। शिक्षा के साथ-साथ वे मूल्यों, संस्कारों और चरित्र निर्माण पर भी विशेष ध्यान देते हैं।
सपनों को साकार करने वाला व्यक्तित्व
एक शिक्षण संस्थान को सफलता के शिखर तक ले जाना आसान नहीं होता, लेकिन अमित अग्रवाल ने अपने दृढ़ निश्चय, अनुशासन और समर्पण से इसे संभव कर दिखाया। उनके नेतृत्व में जयहिंद विद्या मंदिर न केवल शैक्षिक उत्कृष्टता की ओर अग्रसर है, बल्कि नैतिक मूल्यों और सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति भी छात्रों को प्रेरित कर रहा है।
समाज के लिए प्रेरणास्रोत
अमित अग्रवाल उन गिने-चुने व्यक्तियों में से हैं, जो अपने कार्य से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का कार्य कर रहे हैं। उनका जीवन दर्शन, उनका समर्पण और उनका व्यक्तित्व न केवल शिक्षा जगत के लिए, बल्कि समाज के हर व्यक्ति के लिए एक प्रेरणा है। ऐसे व्यक्तित्व को सलाम!
जे पी शर्मा