फतेहाबाद में कृषक उत्पादक संगठन से धोखाधड़ी, 8 के खिलाफ मुकदमा दर्ज

अरुण शर्मा / ब्यूरो चीफ , नजर इंडिया 24

आगरा के फतेहाबाद ब्लॉक में किसानों की आय बढ़ाने के लिए पंजीकृत ग्रीन एग्रोलिंग फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के साथ बड़े स्तर पर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। मामले में पुलिस ने आठ लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
क्या है पूरा मामला?
भारत सरकार की कृषक उत्पादक संगठन योजना के तहत एस.एफ.ए.सी. (लघु कृषक कृषि व्यापार संघ) द्वारा सी.बी.बी.ओ. नॉर्थ ईस्ट ऑर्गेनाइजेशन फ्लोरिटेक प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से 29 अगस्त 2022 को ग्रीन एग्रोलिंग फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड का पंजीकरण कराया गया था। इसमें निदेशक पद पर अरविंद शर्मा, आशा देवी, कालीचरण, तेजपाल सिंह गुर्जर और विनोद कुमार शर्मा की नियुक्ति हुई थी, जबकि सौरभ शर्मा को मुख्य कार्यकारी अधिकारी बनाया गया था।
लेकिन, सी.बी.बी.ओ. के निदेशक शशिकांत पांडे, कर्मचारी रामवीर सिंह और सीए श्याम कुमार शर्मा ने कथित रूप से कूटरचित दस्तावेज तैयार कर 4 सितंबर 2023 को सभी पूर्व निदेशकों को हटा दिया और नए निदेशकों की नियुक्ति कर ली। इसमें हरिओम, मोहित कुमार, रेनू, सत्य प्रकाश और सुंदर सिंह को निदेशक बनाया गया, साथ ही कंपनी का कार्यालय भी बदल दिया गया। जांच में धोखाधड़ी साबित, मुकदमा दर्ज
करीब दो महीने बाद जब पूर्व निदेशकों को इस गड़बड़ी की जानकारी हुई तो उन्होंने उच्च अधिकारियों से शिकायत की। जांच में आरोप सही पाए गए, जिसके बाद पुलिस कमिश्नर आगरा के आदेश पर थाना फतेहाबाद में आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 467, 471, 806 और 120बी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग
मुख्य कार्यकारी अधिकारी सौरभ शर्मा और अन्य पूर्व निदेशकों ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उनका आरोप है कि सी.बी.बी.ओ. द्वारा ग्रांट हड़पने की नीयत से यह साजिश रची गई थी। अब पुलिस मामले की जांच कर रही है और जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी हो सकती है।