नेपाल के नवल परासी स्थित प्रसिद्ध मदार स्थान मेले का कल होगा समापन

अरविंद शर्मा / ब्यूरो चीफ , नज़र इंडिया 24
महराजगंज — नेपाल के नवल परासी ज़िले में स्थित बाबा मदार स्थान के मेले में जाने वाले श्रद्धालुओं की लंबी क़तार देखने को मिल रही है। मदार स्थान में लगने वाला आठ दिवसीय मेला शिवरात्रि के एक दिन पहले समाप्त होता है।
भारतीय सीमा से क़रीब 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित नेपाल के नवल परासी ज़िले में मदार बाबा का मज़ार हिन्दू मुसलमान सहित अन्य धर्मों के मानने वाले लोगों के लिए भी आस्था की जगह है। हर साल लगने वाले इस मेरे में उत्तर प्रदेश, बिहार तथा भारत के कई राज्यों से लाखों की संख्या में श्रद्धालु कठिन पहाड़ी रास्तों से होते हुए यहाँ पहुंचते है!
पहाड़ के हज़ारों फ़ीट की ऊँचाई पर बना यह मज़ार बाबा बदउद्दीन की मज़ार बताई जाती है, मान्यता है की यहाँ पर जो कोई आता है और सच्चे मन से जो माँगता हैं उसकी हर मुराद पूरी होती है। स्थानीय लोगो के अनुसार बाबा मदार बदउद्दीन ईरान से चलकर दुनिया के कई देशों का भ्रमण करते हुए नेपाल के इस स्थान पर ध्यान साधना की थी!
मदार स्थान पहुँचने के लिए महराजगंज से भारत की सीमा पार कर नेपाल के नवल परासी स्थित इस स्थान पर आ सकतें हैं। मेले के दौरान भारत से मदार स्थान के लिए कई स्पेशल बसें भी चलाई जाती हैं ।
निजी साधनों से आने वाले श्रद्धालुओं को नेपाल बॉर्डर पर नेपाल भन्सार कार्यालय ( कस्टम विभाग ) से भन्सार बनवाना पड़ता है, बिना भन्सार के चार पहिया, दोपहिया या अन्य वाहनों का प्रवेश वर्जित होता है! हालाँकि पैदल और साइकिल से जाने वाले लोगों को भन्सार की जरूरत नहीं पड़ती है ,
यह स्थान हिंदू मुस्लिम एकता का प्रतीक है! मदार स्थान पहुँचने वाले श्रद्धालु मज़ार पर चादर ,अगरबत्ती ,फल ,फूल आदि चढ़ाकर बाबा से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।