बास्योड़ा पर शीतला माता को अर्पित प्रसाद की सुरक्षा के लिए गायत्री परिवार का अनूठा अभियान
जरूरतमंदों, गौशाला और कच्ची बस्तियों तक पहुंचेगा पूजन का प्रसाद

जयपुर। शीतलाष्टमी के अवसर पर शीतला माता को अर्पित किए जाने वाले प्रसाद को पानी में गीला होने और खराब होने से बचाने के लिए अखिल विश्व गायत्री परिवार का महिला मंडल एक विशेष समझाइश अभियान चला रहा है। शुक्रवार को इस अभियान के तहत महिलाओं की टोलियां क्षेत्रवार जाकर पूजन करने वाली महिलाओं से निवेदन करेंगी कि वे प्रसाद को पास में रखे पात्र में ही डालें, ताकि इसे जरूरतमंदों तक पहुंचाया जा सके।
गायत्री परिवार राजस्थान के समन्वयक ओमप्रकाश अग्रवाल ने बताया कि इस अभियान के अंतर्गत मंदिरों में बड़े बर्तन अथवा थैलियां रखी जाएंगी ताकि श्रद्धालु प्रसाद को फेंकने के बजाय उसमें एकत्र कर सकें। बाद में यह प्रसाद अनाथालय, गौशाला और कच्ची बस्तियों में पहुंचाया जाएगा ताकि इसका सदुपयोग हो सके। यदि कोई कुम्हार परिवार इसे घर ले जाना चाहे तो उन्हें भी इसकी अनुमति होगी।
गत छह वर्षों से मानसरोवर क्षेत्र में इस अभियान को सफलतापूर्वक संचालित किया जा रहा है। इस बार यह मुहिम पूरे जयपुर सहित राजस्थान के विभिन्न शहरों में भी चलाई जा रही है। इस पहल में गायत्री परिवार के साथ-साथ कई संस्थाएं, संगठन और युवा भी सहयोग कर रहे हैं।
इस प्रयास का उद्देश्य न केवल प्रसाद की बर्बादी रोकना है, बल्कि इसे जरूरतमंदों तक पहुंचाकर सेवा कार्य को और अधिक प्रभावी बनाना भी है।