घरेलू कामगारों और निर्माण श्रमिकों के लिए जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन

जयपुर, 26 मार्च 2025 – आसरा फाउंडेशन जयपुर और मेहनतकश कल्याण संस्था के संयुक्त तत्वावधान में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर महानगर प्रथम के सभागार में घरेलू कामगारों और निर्माण श्रमिकों के लिए एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य श्रमिकों में नेतृत्व क्षमता विकसित करना और उन्हें उनके विधिक अधिकारों के प्रति जागरूक बनाना था। खास बात यह रही कि इस आयोजन में अधिकांश प्रतिभागी महिलाएं थीं, जिन्होंने महिला नेतृत्व का उदाहरण प्रस्तुत किया।
श्रमिकों को कानूनी अधिकारों की जानकारी दी गई
कार्यक्रम में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री राजेन्द्र बंशीवाल ने श्रमिकों को श्रम कानूनों, न्यूनतम मजदूरी, कार्यस्थल सुरक्षा और काम के घंटों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने श्रमिकों से अपने अधिकारों को समझने और किसी भी प्रकार के शोषण के खिलाफ जागरूक रहने की अपील की।
आसरा फाउंडेशन जयपुर की मंगला शर्मा ने महिला श्रमिकों के सशक्तिकरण की दिशा में अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए कहा कि महिला श्रमिकों को उनके अधिकारों से अवगत कराना और उन्हें नेतृत्व के लिए प्रेरित करना उनकी प्राथमिकता है। इंद्र शर्मा ने विधिक सेवा प्राधिकरण की योजनाओं और विशेष रूप से निःशुल्क विधिक सहायता के बारे में जानकारी दी, जबकि श्री विवेक शर्मा ने महिलाओं से इस सहायता का लाभ उठाने और अपने समुदाय में जागरूकता फैलाने का आग्रह किया।
श्रमिकों के अधिकारों पर चर्चा
कार्यक्रम में बताया गया कि भारत में श्रमिकों को कई कानूनी अधिकार प्राप्त हैं, जिनमें –
न्यूनतम वेतन अधिनियम, 1948
कामगार मुआवजा अधिनियम, 1923
भवन एवं अन्य निर्माण कामगार अधिनियम, 1996 शामिल हैं।
साथ ही, विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम, 1987 के तहत जरूरतमंदों को मुफ्त कानूनी सलाह, वकील और अदालती सहायता प्रदान की जाती है।
विशिष्ट अतिथि एवं उपस्थित सदस्य
इस अवसर पर आसरा फाउंडेशन से हर्षदा तावड़े, रोहिणी सिंह, राजेश शर्मा, रामबाबू सैनी और किरन वर्मा मौजूद रहे। वहीं, मेहनतकश कल्याण संस्था की ओर से हरकेश बुगालिया और मोहित ने भी कार्यक्रम में भाग लिया। विधिक सेवा प्राधिकरण से रवि अग्रवाल, विष्णु शर्मा और माधवी गुप्ता ने प्रतिभागियों को संबोधित किया।
महिला सशक्तिकरण की दिशा में अहम कदम
यह आयोजन महिला श्रमिकों के सशक्तिकरण और उनके विधिक अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ। वक्ताओं ने महिला नेतृत्व को प्रोत्साहित करने और श्रमिक कल्याण के लिए सामूहिक प्रयासों की जरूरत पर जोर दिया।
जयपुर, 26 मार्च 2025 – आसरा फाउंडेशन जयपुर और मेहनतकश कल्याण संस्था के संयुक्त तत्वावधान में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर महानगर प्रथम के सभागार में घरेलू कामगारों और निर्माण श्रमिकों के लिए एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य श्रमिकों में नेतृत्व क्षमता विकसित करना और उन्हें उनके विधिक अधिकारों के प्रति जागरूक बनाना था। खास बात यह रही कि इस आयोजन में अधिकांश प्रतिभागी महिलाएं थीं, जिन्होंने महिला नेतृत्व का उदाहरण प्रस्तुत किया।
श्रमिकों को कानूनी अधिकारों की जानकारी दी गई
कार्यक्रम में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री राजेन्द्र बंशीवाल ने श्रमिकों को श्रम कानूनों, न्यूनतम मजदूरी, कार्यस्थल सुरक्षा और काम के घंटों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने श्रमिकों से अपने अधिकारों को समझने और किसी भी प्रकार के शोषण के खिलाफ जागरूक रहने की अपील की।
आसरा फाउंडेशन जयपुर की मंगला शर्मा ने महिला श्रमिकों के सशक्तिकरण की दिशा में अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए कहा कि महिला श्रमिकों को उनके अधिकारों से अवगत कराना और उन्हें नेतृत्व के लिए प्रेरित करना उनकी प्राथमिकता है। इंद्र शर्मा ने विधिक सेवा प्राधिकरण की योजनाओं और विशेष रूप से निःशुल्क विधिक सहायता के बारे में जानकारी दी, जबकि श्री विवेक शर्मा ने महिलाओं से इस सहायता का लाभ उठाने और अपने समुदाय में जागरूकता फैलाने का आग्रह किया।
श्रमिकों के अधिकारों पर चर्चा
कार्यक्रम में बताया गया कि भारत में श्रमिकों को कई कानूनी अधिकार प्राप्त हैं, जिनमें –
न्यूनतम वेतन अधिनियम, 1948
कामगार मुआवजा अधिनियम, 1923
भवन एवं अन्य निर्माण कामगार अधिनियम, 1996 शामिल हैं।
साथ ही, विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम, 1987 के तहत जरूरतमंदों को मुफ्त कानूनी सलाह, वकील और अदालती सहायता प्रदान की जाती है।
विशिष्ट अतिथि एवं उपस्थित सदस्य
इस अवसर पर आसरा फाउंडेशन से हर्षदा तावड़े, रोहिणी सिंह, राजेश शर्मा, रामबाबू सैनी और किरन वर्मा मौजूद रहे। वहीं, मेहनतकश कल्याण संस्था की ओर से हरकेश बुगालिया और मोहित ने भी कार्यक्रम में भाग लिया। विधिक सेवा प्राधिकरण से रवि अग्रवाल, विष्णु शर्मा और माधवी गुप्ता ने प्रतिभागियों को संबोधित किया।
महिला सशक्तिकरण की दिशा में अहम कदम
यह आयोजन महिला श्रमिकों के सशक्तिकरण और उनके विधिक अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ। वक्ताओं ने महिला नेतृत्व को प्रोत्साहित करने और श्रमिक कल्याण के लिए सामूहिक प्रयासों की जरूरत पर जोर दिया।