नगमे जिंदगी के — बबिता शर्मा

जिंदगी एक मिला _जुला मिक्सचर हैं जिसके खट्टे मीठे स्वाद से जिंदगी और भी रंगीन हो जाती है नजारा देखने लायक होता है जो जिंदगी को ओर भी हसीन बनाता है ।
जिंदगी के पथ में चलते चलते कई बार कुछ मित्र ऐसे मिल जाते है जो जिंदगी में खुशियों के रंग भर कर नायक बन जाते है और अमिट छाप छोड़ कर दिल में हमेशा के लिए सजीव हो जाते है ।
दूसरी ओर कुछ पल जिंदगी पर कभी ऐसी स्टंप का काम करते है जो जो ग़मो से भर जिंदगी को नीरसता से पूर्णतया भर उसे अंधकारमय बना देते है ।जिनसे व्यक्ति का उभरना बहुत ही मुश्किल हो जाता है वह एक बिन बाती का दीया बनकर रह जाता है जो कभी भी प्रकाशित नहीं हो पाता ।
फिर एक दिन अचानक नई सुबह होती है नए सूर्योदय के साथ नई रश्मि जीवन को रोशन करने के लिए अवतरित होती है और जीवन पुनः नया जन्म ले फिर से नई उम्मीद किरण की ओर बढ़ खुशियों से हाथ मिला एक नए रंग को जीवन में भरता है और जीवन रंगीन हो चहुं ओर नई रंगीनियां बिखेर देता है । ऐसे ही होते है जिंदगी के नगमे ।
कहने का तात्पर्य की जीवन की कठिनाइयों से कभी निराश न हो बल्कि नए रंग की उत्पति का स्वागत करे पुनः उसे रंगीन करे ।
बबिता शर्मा