रामायण की कथा भजन के माध्यम से मेरे शब्दों में -2 — रूपल देव

हम कथा सुनाते राम सकल गुणधाम की,
ये रामायण है पुण्य कथा श्री राम की।।
जम्बुद्विपे भरत खंडे आर्यावर्ते भारतवर्षे,
एक नगरी है विख्यात अयोध्या नाम की,
यही जन्म भूमि है परम पूज्य श्री राम की,
हम कथा सुनाते राम सकल गुणधाम की,
ये रामायण है पुण्य कथा श्री राम की,
ये रामायण है पुण्य कथा श्री राम की।।
इस की प्रथम लाइन में कहा गया हैं की हम कथा सुना रहे हैं राम के समस्त जीवन की और उनके कुल की और ये रामायण नामक पुण्य कथा है।
उसके बाद कहा गया हैं की जम्बुद्विप में भरत नामक खंड में आर्यवत और भारत में एक बहुत ही विख्यात या प्रख्यात अयोध्या नामक नगरी है।तत्पश्चात कहा गया है की यही जन्म भूमि है यानी यही पे अयोध्या नामक इस नगर में ही परम पूज्य श्री राम का जन्म हुआ है और हम आपको उन्हीं के समस्त गुणों की कथा बता रहे है ये राम जी के पुण्यों की कथा है जो कि रामायण नाम से प्रसिद्ध है।
रूपल दवे “रूप”