फेसबुक के फ्रॉडिये (भाग – २)– राजेश कुमार राज

राम प्रकाश जी मेरे पड़ोसी हैं। बहुत ही मिलनसार है। वह भारत सरकार की सेवा से करीब छः महीने पहले ही सेवानिवृत्त हुए हैं। रिटायरमेंट बेनेफिट्स के रूप में एक अच्छी खासी रकम लेकर आये हैं। जब से रिटायर हुए हैं तब से सोशल मीडिया पर बहुत सक्रिय रहने लगे हैं।
एक दिन अचानक उन्होंने मुझे कॉल किया और पूछा कि क्या मेरे पास थोड़ा सा समय है। उन्हें कुछ जरुरी बात करनी है। मैंने उनको फौरन आने के लिए कहा। करीब १५ मिनट्स के बाद राम प्रकाश जी मेरे घर में मेरे सामने बैठे थे। बहुत घबराये हुए और परेशान दीख रहे थे। मैंने उनसे आने का सबब पूछा तो उन्होंने बताया कि किसी ने उनके १ लाख रुपये ऑनलाइन स्कैम करके लूट लिए हैं। मैंने उनसे तफसील से बताने के लिए बोला। जो उन्होंने बताया उसे सुन कर मेरे पैरों तले से जमीन खिसक गई।
राम प्रकाश जी ने बताया कि उन्होंने हाल में ही किसी महिला से फेसबुक की चैटिंग एप्प मैसेंजर पर बात करनी शुरू की थी। दोनों के बीच पिता-पुत्री जैसा रिश्ता बन गया था। राम प्रकाश जी को उस महिला पर पूरी तरह से विश्वास हो चुका था। एक दिन उस महिला ने राम प्रकाश जी से उनके आय के स्रोत के बारे में पूछा। उन्होंने बता दिया कि वह छः माह पहले ही सरकारी सेवा से रिटायर होकर आये हैं। बातों ही बातों में उस महिला ने बड़ी चालाकी से उनकी बचत और बैंक बैलेंस की जानकारी भी उनके मुंह से ही निकलवा ली। चूँकि राम प्रकाश जी उस महिला को पुत्री के सामान प्रेम करते थे, तो उन्होंने उसे सब कुछ सच-सच बता दिया।
अब क्या था उस महिला ने अपना जाल राम प्रकाश जी पर फेंक दिया। उसने बताया कि वह एक बड़ी इन्वेस्टमेंट कंपनी में ऊंचे ओहदे पर कार्यरत है। उसकी कंपनी स्वर्ण में ट्रेडिंग करती है। अगर राम प्रकाश जी चाहें तो वह उन्हें थोड़े से इन्वेस्टमेंट पर आकर्षक मुनाफा कमवा सकती है। राम प्रकाश जी को कुछ पल्ले नहीं पड़ा तो उन्होंने फौरी तौर पर इंकार कर दिया। अब तो प्रतिदिन वह महिला अपने इन्वेस्टमेंट और उस पर अर्जित लाभ के आंकड़े राम प्रकाश जी को साझा करने लगी ताकि उनका भरोसा पुख्ता हो जाये। ऐसा करते-करते एक दिन उसने राम प्रकाश जी को ट्रेडिंग के लिए राजी कर ही लिया। शुरू में उस महिला ने पाँच हजार जितनी छोटी सी रकम से ट्रेडिंग करने की सलाह दी। उस महिला ने राम प्रकाश जी से उनकी पहचान और पते के सबूत के तौर पर उनका आधार कार्ड की तस्वीर और लाभांश के भुगतान के लिए उनके बैंक की डिटेल्स भी ले ली। महिला ने किसी ट्रेडिंग एप्प पर उनका अकाउंट खुलवाया और उसमे पाँच हजार रुपये राम प्रकाश जी से डलवा लिए। बाकी काम महिला ने खुद संभाल लिया। राम प्रकाश जी को पूरा भरोसा था कि उनके पैसे डूबेंगे नहीं। हुआ भी वैसा ही। कंपनी की ओर से पाँच हजार रुपये एक आकर्षक लाभांश के साथ उनके बैंक अकाउंट में ट्रान्सफर कर दिए गए। इसी तरह राम प्रकाश जी पैसे लगाते गए और उनकी धनराशि लाभांश के साथ उनके बैंक अकाउंट में आती रही। अब तक राम प्रकाश जी को उस महिला और कंपनी के ऊपर अगाध विश्वास कायम हो चुका था। इसी स्थिति का फायदा उठाने के लिए उस महिला ने राम प्रकाश जी से अब बड़ी रकम लगाने के लिए आग्रह किया जिसे उन्होंने मान भी लिया। राम प्रकाश जी ने १ लाख रुपये ट्रेडिंग अकाउंट में डाल दिए और लाभांश के साथ अपनी रकम के बैंक में आने का इन्तजार करने लगे। इस बार रकम के बैंक में आने में काफी समय लग रहा था। उसने महिला से पूछताछ की तो उसने बताया की सिस्टम डाउन चल रहा है। घबराईये नहीं पैसे आ जायेंगे। तीन दिन और निकल गए परन्तु पैसे नहीं आये। उन्होंने उस महिला से दोबारा संपर्क करने की कोशिश की तो उनके होश ही उड़ गए। उस महिला का अकाउंट और वह फर्जी ट्रेडिंग एप्प अब गायब हो चुके थे। अब उन्हें समझते देर नहीं लगी कि उनके साथ ऑनलाइन स्कैम/फ्रॉड हो गया है।
आजकल इस प्रकार से फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भोले-भाले लोगों की गाढ़ी कमाई का पैसा ठग लिया जाता है। इस तरह के ठग सोशल मीडिया पर भिन्न-भिन्न नामों से एक से अधिक एकाउंट्स बना कर लोगों को अपना शिकार बनाते हैं। जागरूकता ही इनके खिलाफ एक कारगर हथियार है। खैर मैंने राम प्रकाश जी को पुलिस में रिपोर्ट लिखवाने की हिदायत देकर विदा किया और चेताया कि भविष्य में ऐसे किसी भी अनजान शख्स के कहने पर पैसा ना लगायें।
अब मैं बात करना चाहता हूँ कुछ सावधानियों की, जिन पर अमल करके हम इस तरह के खतरों को न्यूनतम स्तर पर ला सकते हैं।
१. इस तरह के ठग सामान्यतः जवान तथा सुन्दर लड़कियों और महिलाओं के नाम पर सोशल मीडिया एकाउंट्स बनाते हैं। हो सकता है कि ऐसे अकाउंट को कोई मर्द ही संचालित कर रहा हो।
२. सामान्यतः ऐसे अकाउंट धारक आपको खुद उनकी तरफ से ही फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते हैं। अगर आपको कोई सुन्दर और जवान लड़की/महिला फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजे या बिना दोस्त बने ही आपके इनबॉक्स में घुस कर मैसेज करने लग जाये तो सावधान हो जाइये। यह कोई ठग हो सकता है। यहाँ महिलाओं की मानसिकता को समझने की भी आवश्यकता है। अधिकांशतः संभ्रांत महिलाएं कभी भी खुद किसी को फ्रेंड रिक्वेस्ट नहीं भेजती और ना ही किसी के इनबॉक्स में जबरन घुसपैठ करती हैं। अगर आपके साथ ऐसा हो रहा है तो सावधान हो जाइये। ऐसे एकाउंट्स को फ़ौरन ब्लाक कर दीजिये और पोर्टल पर उसकी रिपोर्ट भी कीजिये।
३. जब भी ऐसे एकाउंट्स धारक आपसे बातचीत में संलिप्त होते हैं तो परिचय के तुरंत बाद आपका मोबाइल/whatsapp नंबर निकलवाने की कोशिश करते हैं ताकि आपको अलग-थलग करके दूसरे शिकारों पर ध्यान केन्द्रित कर सकें। अतः किसी को भी अपना नंबर ना दें। अगर दे भी दिया है तो जब भी वह आपके आय के स्रोत के बारे में पूछे तो ‘गुजारा हो जाता है, काम चल जाता है’ जैसे जुमलों में जवाब दें। अपनी अमीरी का ढोल ना पीटें।
४. किसी भी स्कीम, चाहे वह कितनी भी आकर्षक क्यों ना हो, में १ रूपया भी ना लगायें।
५. जब भी कोई आपसे किसी स्कीम में पैसा लगाने की बात करे तो अगर वो भारतीय है तो उस से उसका आधार नंबर या वोटर कार्ड या पासपोर्ट की तस्वीर आपके साथ साझा करने के लिए बोले। वह कभी भी यें कागजात आपको नहीं दिखायेगा क्योंकि वह तो फ्रॉड है। इसी अधार पर उसके ऑफर को अस्वीकार कर दें और उस अकाउंट को फ़ौरन ब्लाक करके उसकी रिपोर्ट भी करें।
६. कभी-कभी ऐसे अकाउंट से आपको प्रेम जाल में भी फंसा कर आपके पैसे किसी बोगस स्कीम में इन्वेस्ट करवा दिए जाते हैं। यहाँ प्रेम एक ट्रैप है। उसमे ना फंसे और ऐसे अकाउंट को तुरन्त ब्लाक कर दें।
७. ऐसा अकाउंट धारक आपसे ९९ प्रतिशत वीडियो कॉल पर बात नहीं करेगा/करेगी। वो केवल whatsapp या मैसेंजर पर ऑडियो कॉल पर ही बात करेगा/करेगी। अगर कोई अकाउंट धारक आपसे वीडियो कॉल पर अपना चेहरा दिखाने में आनाकानी करे तो समझिये दाल में कुछ काला जरुर है। वो व्यक्ति वो नहीं है जो वह आपको दिखा रहा है। उसे फ़ौरन ब्लाक कीजिये और पोर्टल पर उसकी रिपोर्ट भी कीजिये।
ऊपर बताई गयी सावधानियों के अलावा भी आप अपनी परिस्थिति के अनुसार कदम उठा सकते हैं। मेरा मकसद आपको सामान्य तौर पर सचेत करना है। आशा है आपको मेरा यह लेख पसंद आया होगा। अगले अंक में किसी दूसरे ऑनलाइन फ्रॉड के बारे में बात करेंगे।
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