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नौ रात्रि के नौ रूप दुर्गा देवी — श्रीनिवास एन

शैलीपुत्री पहला रूप है।यह हिंवंत की बेटी है।ब्रह्मचारिणी दूसरी रूप है। गायत्री,सावित्री,सरस्वती के रूपों में दर्शन देती है। चंद्र घंटा तीसरी रूप होती है।उस देवी के सर पर चन्द्र घंट होती है।भक्त पीले वस्त्र चढ़ाते है। कूष्मांडा चौथा रूप हैं । अष्टभुजाएं के रूप मां दर्शन होती है। यह दुर्गा मां सब की कल्याण कारिणी होती है। सकंदमाता पांचवा रूप होती है। इस देवी को पूजा से शांति समृद्धि मिलती है। कात्यायनी छठवां रूप होती है।यह देवी महिषासुर को वध किया थी। कालरात्रि की मां सातवां रूप है। यह देवी त्रिनेत्री रूपों से दर्शन होती है।महागौरी आठवां रूप होती है।यह देवी को पूजा से भक्तों को क्लेश दूर होती है।सिद्धिदात्री नौवा रूप है। यह अंतिम देवी का रूप भी है। सभी भक्तों का सपना साकार देनेवाली देवी मां होती है।
श्रीनिवास एन