पहलगाम हमले के शहीदों की आत्म शांति के लिए जुटेगा जयपुर गोविंद देवजी मंदिर में श्रद्धांजलि सभा और हुतात्मा शांति महायज्ञ आज

जयपुर। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में जिहादियों द्वारा हिंदुओं की नृशंस हत्या से आक्रोशित हिंदू समाज आज रविवार, 27 अप्रैल को गोविंद देवजी मंदिर में सामूहिक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन करेगा। इस दौरान जयपुर के नीरज उधवानी समेत सभी 26 मृतकों की तस्वीरों के समक्ष श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी जाएगी।
कार्यक्रम के तहत नौ कुंडीय हुतात्मा शांति गोविंद गायत्री महायज्ञ का आयोजन भी होगा, जिसमें मृतकों की आत्मा की शांति, घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने तथा शोकाकुल परिजनों को संबल प्रदान करने के लिए आहुतियां अर्पित की जाएंगी। आयोजन की तैयारियों को शनिवार को अंतिम रूप दिया गया, जिसमें विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, गायत्री परिवार, सिंधी समाज, गोविंद चाकर संघ, सनातन बोर्ड संघर्ष समिति, गौ क्रांति मंच सहित कई संगठनों ने सक्रिय भूमिका निभाई।
संगठनों की अपील:
बोर्ड संघर्ष समिति के अध्यक्ष राहुल द्विवेदी ने बताया कि जिहादी आतंकवाद के इस कृत्य से देश आहत है और पाकिस्तान के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग उठ रही है। मृतकों के प्रति श्रद्धा और संवेदना व्यक्त करने के लिए यह आयोजन रखा गया है। श्रद्धालु पुष्प अर्पित कर, मौन रहकर और नाम जप के माध्यम से श्रद्धांजलि देंगे। यज्ञ के बाद नाम-कीर्तन और संतों-महंतों के उद्बोधन भी होंगे।
विशेष आहुतियां और यज्ञ विधान:
गायत्री शक्तिपीठ के विद्वानों के निर्देशन में सुबह 8 से 10 बजे तक देव पूजन और हवन संपन्न होगा। इस अवसर पर यम गायत्री महामंत्र के साथ काले तिल और जौ से विशेष आहुतियां प्रदान की जाएंगी। अमावस्या के पावन अवसर पर श्रद्धालु अपने दिवंगत पितरों के लिए भी विशेष आहुतियां अर्पित कर सकेंगे। इसके अतिरिक्त, विश्व शांति के लिए गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र से 108 आहुतियां अर्पित की जाएंगी तथा सैनिकों के शौर्यवर्धन और अनिष्ट निवारण के लिए भी यज्ञ किया जाएगा।
संतों और महंतों का सान्निध्य:
श्रद्धांजलि सभा और महायज्ञ में छोटीकाशी के विभिन्न मंदिरों के संत-महंत सान्निध्य देंगे। श्री अमरापुर स्थान और सिंधी समाज के भगवान झूलेलाल मंदिरों सहित विभिन्न धार्मिक स्थलों से श्रद्धालु बड़ी संख्या में पुष्पांजलि अर्पित करने पहुंचेंगे। सामाजिक, धार्मिक संगठनों, स्वयंसेवी संस्थाओं, व्यापार मंडलों और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि भी श्रद्धांजलि सभा में भाग लेंगे।