सेवा में समर्पित पितामह फाउंडेशन — सहायक वर्ग के लिए सम्मान और स्नेह का अनूठा आयोजन

मेनका शर्मा / नजर इंडिया 24
जयपुर, 26 अप्रैल 2025।
“सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है” — इसी भावना को साकार करते हुए आज सांय 5 बजे राधा कृष्ण मंदिर, सोनी का बाग, मुरलीपुरा में पितामह फाउंडेशन द्वारा एक अनुपम सेवा कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम के अंतर्गत समाज के सहायक वर्ग के लिए 151 घड़े पानी, वस्त्र, फल और मिठाई वितरित किए गए, जिससे हर चेहरे पर खुशी की मुस्कान बिखर गई। फाउंडेशन की अध्यक्ष मेनका शर्मा ने बताया कि यह पहल न केवल सहायता सामग्री देने की थी, बल्कि उन असंख्य हाथों को सम्मान देने की थी, जो हमारे जीवन को आसान बनाते हैं। इसी भावना के साथ, कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं और बच्चों को दाल-चावल एवं मिठाई का गरमागरम भोजन भी स्नेहपूर्वक परोसा गया।
सेवा कार्य की गरिमा को बढ़ाते हुए रमेश शाह, थानेश्वर शर्मा और समाज के कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम को गौरवान्वित किया। सभी ने मिलकर सहायक वर्ग के योगदान को नमन किया और उनके प्रति आभार व्यक्त किया।
पितामह फाउंडेशन का यह सेवा यज्ञ समाज में एक सुंदर संदेश छोड़ गया — कि जब हम अपनों का सम्मान करते हैं, तो असल में हम मानवता की पूजा करते हैं। कार्यक्रम ने यह सिद्ध कर दिया कि सच्चा सुख दूसरों के चेहरों पर मुस्कान लाने से मिलता है।
“जहाँ सेवा है, वहीं सच्चा पर्व है।”