सत्संग आत्मसात होने से मिटती है जीवन की व्यथा: प्रभाकांत तिवारी
आगरा रोड के ग्रीन पार्क पंचमुखी महादेव मंदिर में 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ में संगीतमय प्रवचन

जयपुर। विश्व शांति और राष्ट्र जागरण के लिए अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के मार्गदर्शन में आगरा रोड स्थित ग्रीन पार्क पंचमुखी महादेव मंदिर में गुरुवार से होने वाले 24 कुंडीय शक्ति संवद्र्धन गायत्री महायज्ञ की पूर्व संध्या पर बुधवार को संगीतमय प्रवचन हुए। शांतिकुंज हरिद्वार से आए प्रभाकांत तिवारी ने सत्संग की महिमा का बखान किया। उन्होंने कहा कि सत्संग की महिमा अपरम्पार है। सत्संग का लाभ तुरंत मिलता है। दूसरों का मारकर परिवार का पेट भरने वाले डाकूअंगुलीमाल ने नारद का सत्संग किया तो ब्रह्मर्षि वाल्मीकि बन गए। रामबोला ने पत्नी का सत्संग सुना तो गोस्वामी तुलसीदास बन गए। उन्होंने कहा कि जब भी सत्संग का अवसर मिले तो सत्संग अवश्य सुने, सुनकर समझे और समझकर आत्मसात करें। तब सत्संग व्यथा मिटाने का कार्य करेगा। इस दौरान उद्गाता बंधुओं ने प्रज्ञागीतों की सरस प्रस्तुतियां देकर माहौल का सरस बना दिया। प्रारंभ में देवमाता गायत्री, पं. श्रीराम शर्मा आचार्य, भगवती देवी शर्मा का पूजन किया गया। इसके बाद महाआरती हुई।
कार्यक्रम का संचालन मणिशंकर पाटीदार ने किया।
आज देंगे यज्ञ देवता को आहुतियां:
कार्यक्रम संयोजक अनिल खंडेलवाल ने बताया कि गुरुवार, 17 अप्रेल को सुबह आठ बजे से देव पूजन और गायत्री महायज्ञ होगा। बड़ी संख्या में श्रद्धालु विश्व कल्याण की कामना के साथ यज्ञ देवता को आहुतियां प्रदान करेंगे। इसी दिन दोपहर दो से शाम पांच बजे तक कार्यकर्ता गोष्ठी और संगीतमय प्रवचन होंगे। शुक्रवार, 18 अप्रेल को सुबह आठ बजे से गायत्री महायज्ञ और विभिन्न संस्कार कराए जाएंगे। दोपहर दो से शाम पांच बजे तक संगीतमय प्रवचन होंगे। शाम सात से रात्रि नौ बजे तक राष्ट्र जागरण दीप महायज्ञ होगा। शनिवार, 19 अप्रेल को सुबह आठ बजे से गायत्री महायज्ञ एवं विभिन्न संस्कार होंगे। गुरु दीक्षा संस्कार विशेष रूप से कराया जाएगा। नशा मुक्ति संकल्प के साथ महायज्ञ की पूर्णाहुति होगी। दोपहर एक बजे शांतिकुंज से आई टोली की विदाई होगी।