धूप-छांव फाउंडेशन ने अक्षय तृतीया पर स्थापित किया स्थाई जल मंदिर, परिंदों के लिए लगाए परिंडे.
राहगीरों और पक्षियों के लिए जीवनदायिनी पहल, कश्मीर नरसंहार के शहीदों को दी श्रद्धांजलि

जयपुर। सामाजिक सरोकारों के लिए समर्पित धूप-छांव फाउंडेशन द्वारा अक्षय तृतीया (30 अप्रैल) के पावन अवसर पर स्थाई जल मंदिर की स्थापना कर एक अनुकरणीय पहल की गई। इस कार्यक्रम के तहत गांधी पथ वेस्ट, लालरपुरा रोड, वैशाली नगर क्षेत्र में राहगीरों के लिए परंपरागत मिट्टी के घड़ों से युक्त जल मंदिर की स्थापना की गई, वहीं पंछियों के लिए भी विभिन्न स्थानों पर परिंडे लगाए गए।
फाउंडेशन की अध्यक्षा मीरा अग्रवाल ने बताया कि गर्मी के मौसम में शीतल जल से राहगीरों व पक्षियों को राहत देने से बड़ा कोई पुण्य कार्य नहीं हो सकता। मिट्टी के घड़े न केवल पानी को ठंडा रखते हैं, बल्कि पर्यावरण के अनुकूल भी होते हैं। यह पहल न सिर्फ मानवता की सेवा है बल्कि हमारी सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण भी है। कार्यक्रम में स्थानीय दुकानदारों ने जल मंदिर व परिंडों में नियमित रूप से पानी भरने की जिम्मेदारी ली, जिससे यह सेवा सतत रूप से संचालित रह सके।
इस अवसर पर हाल ही में कश्मीर में हुए आतंकी हमले में जान गंवाने वाले सेनानियों, पर्यटकों एवं स्थानीय नागरिकों को श्रद्धांजलि भी अर्पित की गई। फाउंडेशन की ओर से मृतकों की आत्मा की शांति व मोक्ष की कामना की गई।
कार्यक्रम को सफल बनाने में फाउंडेशन की पदाधिकारी सत्यभामा गुप्ता, सोनल गुप्ता, विजय गुप्ता, संजय गर्ग व विशिष्ट अतिथि जितेंद्र गुप्ता ने सक्रिय योगदान दिया।
धूप-छांव फाउंडेशन हर वर्ष इसी प्रकार की सेवाएं देते हुए समाज में सकारात्मक चेतना फैलाने का कार्य करता आ रहा है।