Uncategorized

फिर सूर्योदय हुआ है — डॉ इंदु भार्गव जयपुर

 

हर रात के बाद एक नई सुबह आती है, और हर अंधेरे के बाद एक उजाला होता है। “फिर सूर्योदय हुआ है” यह पंक्ति न केवल प्राकृतिक सत्य को व्यक्त करती है, बल्कि जीवन के संघर्षों और कठिनाइयों के बाद आने वाली उम्मीद और नवीनीकरण का प्रतीक भी है।

जीवन के संघर्षों के बाद की उम्मीद

हमारे जीवन में कई बार ऐसे क्षण आते हैं जब हम निराश और हताश महसूस करते हैं। ऐसे में यह पंक्ति हमें यह याद दिलाती है कि जैसे सूर्योदय के बाद अंधेरा छंट जाता है, वैसे ही हमारे जीवन के कठिन समय भी समाप्त होते हैं और एक नई शुरुआत होती है।

प्राकृतिक सौंदर्य और जीवन की सिख

प्राकृतिक सौंदर्य, जैसे सूर्योदय, हमें यह सिखाता है कि हर दिन एक नई शुरुआत का अवसर है। यह हमें यह भी बताता है कि अंधेरे के बाद उजाला आता है, और जीवन में भी कठिनाइयों के बाद सुख और शांति की प्राप्ति होती है!!
तपती धूप मे शीतल वर्षा के आगमन का संदेश जैसे पतझर मे टूटे पात की जगह नवांकुर प्रस्फुटित होने का संदेश बचपन जाने पर जवानी का आना और जवानी जाने पर अनुभवी वृद्धाअवस्था का आना जीवन खो कर जीवन पाना ही नव सूर्योदय का होना हैं अतः विश्वास बनाए रखना जीवन के अंधकार को चिर सूर्य रश्मि का आना होना निष्चित होता हैं!!
सार :
जीवन में कितनी भी कठिनाइयाँ आएं, हमें उम्मीद नहीं छोड़नी चाहिए। हर रात के बाद एक नई सुबह आती है, और हर अंधेरे के बाद उजाला होता है। हमें अपने संघर्षों से सीख लेकर आगे बढ़ना चाहिए और जीवन की नई शुरुआत का स्वागत करना चाहिए!!
डॉ इंदु भार्गव जयपुर

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!