मथुरा में वरिष्ठ साहित्यकारों की आत्मीय भेंट: साहित्यिक संवाद और सौहार्द का सजीव क्षण

मथुरा, 24 मई। अल्पकालिक मथुरा प्रवास के दौरान प्रख्यात कवि देवेन्द्र सिंह की एक आत्मीय भेंट सुप्रसिद्ध शिक्षाविद्, समाजसेवी एवं पं. दीनदयाल उपाध्याय विचारक संस्थान के महामंत्री डॉ. कमल कौशिक से उनके मथुरा स्थित आवास पर हुई। यह भेंट न केवल आत्मीय संवाद का अवसर बनी, बल्कि साहित्यिक चेतना को और भी प्रबल करने वाली रही।
डॉ. कमल कौशिक, जो श्रीकृष्ण इंटर कॉलेज गोकुल के प्रधानाचार्य, प्रखर राष्ट्रवादी चिंतक एवं शोधकर्ता हैं, ने चाय की चुस्कियों के बीच कवि देवेन्द्र सिंह से साहित्य, समाज और शिक्षा से जुड़े विविध विषयों पर सारगर्भित चर्चा की। इस अवसर पर मथुरा के ही ख्यातिलब्ध कवि डॉ. अनिल गहलौत भी चर्चा में सम्मिलित हुए।
कवि देवेन्द्र सिंह ने बताया कि डॉ. कमल कौशिक उनकी साहित्यिक यात्रा के प्रेरणा स्रोत रहे हैं। उनके प्रथम काव्य संग्रह के प्रकाशन में कौशिक जी ने न केवल विद्वतापूर्ण सुझाव दिए, अपितु भूमिका लेखन का उत्तरदायित्व भी स्वयं निभाया। देवेन्द्र सिंह ने अपने नव प्रकाशित गीत संग्रह “गीतायन” एवं “एक और गीतांजलि” की प्रतियाँ भेंट स्वरूप डॉ. कौशिक को प्रदान कीं।
यह संक्षिप्त भेंट एक भावपूर्ण एवं सार्थक साहित्यिक मिलन के रूप में यादगार बन गई, जो न केवल पारस्परिक स्नेह को प्रगाढ़ करती है, बल्कि साहित्यिक संवाद की समृद्ध परंपरा को भी सुदृढ़ करती है।