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मां के लिए खत – -डॉ मीरा कनौजिया काव्यांशी

 

मेरी प्यारी मां—-
आज हमारे विद्यालय में माता के लिए खत लिखने वाली प्रतियोगिता प्रारंभ हुई।
तब मैंने मम्मी आपके लिए मन के भाव लिखने लगी अपनी मां को बताऊंगी कि इतने दिन हो गए आपसे बिछड़े हुए आपकी बहुत ही याद आती है।
क्या करूं काम इतना है नौकरी का कि मैं आपके पास आ ही नहीं पाती ,लेकिन आपकी हमेशा याद आती है। मुझे क्योंकि जब तक पापा थे तो मुझे अच्छा लगता था कि मेरी मां पापा के पासहै। लेकिन पापा के चले जाने पर मुझे आपकी बहुत चिंता होती है । पापा के दिवंगत होने का गम दुख बहुत है मम्मी हमको पापा की बहुत याद आती।क्योंकि भाई भाभी का रवैया ठीक नहीं है, आपके प्रति इसलिए और चिंता रहती है आपकी।
मां आज मदर्स डे भी है और मुझे आप बहुत याद आ रही हो क्या करूं छुट्टियां होती ही मैं आपके पास आऊंगी और आपको लेकर कि मैं अपने पास ले आऊंगी ।अपने पास ही रखूंगी।
बचपन की यादें ताजा हो जाती है जब मेरी मां मुझे अपने हाथों से खाना खिलाती थी और स्कूल जाते समय टिफिन देती थी कि बेटा तुम ध्यान से खा लेना।
तुम जरा सा नहीं दिखती थी तो हम लोग बेचैन हो जाते थे। लेकिन माता अब तो हमको मजबूरी में आपके बिना रहना पड़ता है क्योंकि बेटी को एक दिन ससुराल जाना पड़ता है।
मम्मी आप उठ करके सुबह जल्दी से नाश्ता कर लिया करिए क्योंकि आपको ब्लड प्रेशर और शुगर की बीमारी है।
यदि भाभी समय से नाश्ता ना बनाएं तो माता आप बिस्किट चाय से या दूध से सुबह जरूर खा लेना क्योंकि आपको दवा खानी पड़ती है।
मम्मी आज मैंने फोन किया तो आपका फोन नहीं लगा क्योंकि आपको मुझे मदर्स डे की हार्दिक शुभकामनाएं प्रदान करनी थी, आपके लिए ।
फोन नहीं लगने पर मैं बहुत रोई, आपको याद करके ,लेकिन थोड़ी ही देर में हमारे पतिदेव आए और कहने लगे कि मैं आपके पड़ोसी का नंबर मेरे पास है ,उनके पास फोन लगाइए और अपनी मां से बात करिए।
तब जाकर माता आपसे बात हो पाई तो मुझे अच्छा लगा आप मुझे बहुत याद आती हो। इतना असीम वात्सल्य और ममता लुटाने वाली मेरी माता को ईश्वर हमेशा सुखी और स्वस्थ रखें।

स्कूल की छुट्टियां शुरू होने वालीहै, मम्मी हम जरूर से जरूर आपके पास मिलने परिवार के साथ आएंगे बच्चे खुश हो जाएंगे नानी से मिलकर।
ढेर सारी बातें करेंगे सुख दुख बाटेंगे और आपको घुमाने ले चलेंगे ताकि आप खुश हो जाएंगी,और इतने दिन से जो आपके मन में न मिलने के दुख थे सारे गिले-शिकवे में दूर हो जाएंगे।

आपके पास आने के इंतजार में आपसे मिलने की खुशियों के इंतजार में ………..

आपकी बेटी –

-डॉ मीरा कनौजिया काव्यांशी

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