वृक्ष भी करते हैं सैनिकों की तरह देश की रक्षा -वीर सैनिकों को सिंदूर का पौधा देकर किया सम्मानित -झोटवाड़ा में वृक्ष कथा-ऑपरेशन सिंदूर संपन्न

जयपुर। माधव जन कल्याण मंच के तत्वावधान में गुरुवार को नांगल जैसा बोहरा स्थित शिव विहार कॉलोनी में देशभक्ति और पर्यावरण संरक्षण को समर्पित एक विशेष आयोजन वृक्ष कथा-ऑपरेशन सिंदूर का आयोजन किया गया। संत प्रकाशदास जी महाराज के सान्निध्य में आयोजित कार्यक्रम में सैंकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित रहे। संत प्रकाशदास जी महाराज ने भजनों और देश भक्ति गीतों से माहौल में जोश भर दिया। उन्होंने कहा कि वृक्ष कथा जैसे आयोजन बहुत जरुरी है। क्योंकि वृक्षों के बिना जीवन संभव नहीं है। धन और संसाधनों का वृक्षों के बिना कोई मूल्य नहीं है। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पर्यावरण गतिविधि के प्रांत पर्यावरण प्रमुख अशोक कुमार शर्मा ने वृक्षों की उपादेयता पर केन्द्रित वृक्ष कथा का संगीतयम श्रवण कराया। कथा में बताया गया कि वृक्ष न केवल पर्यावरण की रक्षा करते हैं, बल्कि राष्ट्र रक्षा में भी अप्रत्यक्ष रूप से सहायक होते हैं।
उन्होंने कहा कि सीमा पर हमारी रक्षा सैनिक करते हैं और सैनिकों की रक्षा वृक्ष ही करते हैं। वृक्षों के हरे रंग ही सैनिकों की वर्दी होती है। एक तरह से वृक्ष भी हमारे वीर सैनिक है। उन्होंने कहा कि पेड़ लगाना जरुरी है, उन्हें कटने से बचाना और भी जरुरी है। सरकार हर साल करोड़ों पेड़ लगा रही है लेकिन यह भी सच है कि लाखों की संख्या में पेड़ आए दिन काटे भी जा रहे हैं। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि शिक्षा राज मंत्री मंजू बाघमार ने अधिक से अधिक औषधीय गुणों के पौधे लगाने पर जोर दिया। विशिष्ट अतिथि पूर्व विधायक बीरू सिंह थे। सालासर बालाजी मंदिर महंत वो भी विष्णु पुजारी सहित अनेक संत महंतों ने आयोजन की गरिमा बढ़ाई।
इस मौके पर देश के 51 वीर सैनिकों को सिंदूर का पौधा भेंट कर सम्मानित किया गया। सैनिक पौधे को घर में रोपित करेंगे ताकि ऑपरेशन सिंदूर की स्मृति बनी रहे। यह पौधा जब फल देगा, तो उससे प्राप्त शुद्ध सिंदूर को हनुमानजी को अर्पित किया जा सकेगा। साथ ही सुहागिन महिलाएं भी इस सिंदूर को अपनी मांग में भर सकेंगी। इस अभिनव प्रयोग से वैवाहिक संस्कारों में शुद्ध, स्वदेशी और धार्मिक महत्व वाले सिंदूर के प्रयोग को प्रोत्साहन मिलेगा। कार्यक्रम में स्थानीय नागरिकों की उल्लेखनीय भागीदारी रही, जिन्होंने इस अनोखी पहल को सराहा और संकल्प लिया कि वे पर्यावरण एवं राष्ट्र सेवा से जुड़ी इस मुहिम को आगे बढ़ाएंगे। कार्यक्रम के आयोजक बनवारी लाल सैनी ने सभी का आभार प्रकट किया।