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योग – लता शर्मा तृषा

पौराणिक काल की है परिपाटी,
योग,परिलक्षित नटराज की मुर्ती।
करते योगी ,ऋषि , मुनि,तपस्वी
योग गुरु जानिए शिव शंकर जी।
आज योग बना जीवनका हिस्सा,
योग भगाएं रोग देकर स्वस्थता।
योग लाए मुख पर अद्भुत कांति,
स्वस्थ तन और निर्मल मन होता।
भारत ने दिया है एक को उपहार,
जप, तप सभी हैं योग के प्रकार।
यदि इंसान को रहना स्वस्थ,निरोग,
तो कुछ पल शांत बैठ करें योग।
योग से शांती सुदृढ़ मनन शक्ति,
निरोगी काया करता कम तनाव।
हर मानव को चाहिए योग चुनाव,
बुध्दि को सहीं दिशा दिखाएं योग।
लता शर्मा तृषा