सावन की फुहारों संग बही कविता की बयार: ‘कलम के जादूगर’ द्वारा गाजियाबाद में आयोजित हुआ ‘सावन महोत्सव’ कवि सम्मेलन

गाजियाबाद। आभासी दुनिया के लोकप्रिय हिंदी काव्य समूह कलम के जादूगर ने सावन के उमंग भरे माहौल में 12 जुलाई (शनिवार) को एक भव्य काव्य संध्या ‘सावन महोत्सव’ का आयोजन किया। यह आयोजन शहर के प्रतिष्ठित अनंत 1 होटल में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ, जिसकी अध्यक्षता समूह के संस्थापक, प्रसिद्ध गीतकार एवं कवि श्रेय तिवारी ने की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे डॉ. जितेंद्र कुमार गुप्ता (सी.ई.ओ., एफ.एच. मेडिकल कॉलेज, आगरा) तथा वरिष्ठ साहित्यकार श्री जगन्नाथ राय, जिन्होंने कार्यक्रम की गरिमा को और बढ़ाया। इस अवसर पर मंच संचालन की ज़िम्मेदारी कुशलतापूर्वक निभाई कवयित्रियों पूजा श्रीवास्तव, अलका बलूनी पंत, नीलम गुप्ता, डॉ. भावना जैन और अर्चना झा ने, जिन्होंने पूरे कार्यक्रम को रचनात्मक ऊर्जा और लयात्मक सौंदर्य से भर दिया। इस रंगारंग साहित्यिक उत्सव में देशभर से जुड़े वरिष्ठ एवं नवोदित रचनाकारों ने भाग लिया और कविता, ग़ज़ल, गीत तथा छंदों के माध्यम से सांस्कृतिक, सामाजिक और राजनीतिक विषयों को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के दौरान श्रोताओं ने कभी प्रेम रस में डूबकर मंत्रमुग्धता का अनुभव किया तो कभी हास्य और व्यंग्य पर खुलकर ठहाके लगाए। भावनाओं और संवेदनाओं से लबरेज इस कार्यक्रम ने हर दिल को छुआ और सावन की रिमझिम को काव्य की वर्षा में बदल दिया।सम्मेलन में भाग लेने वाले प्रमुख रचनाकारों में शामिल रहे- नितेश कुमार साहेब, सर्वेश अग्रहरि व्योही, नीरज प्रजापति,भूपेन्द्र राघव, कुलदीप शुक्ला, दीप्ति मिश्रा, अपर्णा भटनागर, अनुराग सोनी, मीरा साजवान मानवी, प्रभा झा, डॉ. रेणु शर्मा, एड. रजनी जैन, दीपांशी शुक्ला, डॉ. सरिता गर्ग सरि, डॉ. वंदना श्रीवास्तव, ऋतु रस्तोगी, सौरभ सक्सेना, गोल्डी गीतकार, रिज़वान फरीदी, डॉ. अशोक सम्राट, इंद्रजीत सिंह इंद्र, डॉ. बृजभूषण राही, संजीव कुमार तनिक, अंजू चौधरी, संजीव कुमार, मंजू कुशवाहा, ईशा भारद्वाज, पंकज देहाती, विक्रम सिंह यादव बरनी, राजकुमार अर्जुन, दुर्वेश कुमार, अजय वर्मा, मैत्रेई त्रिपाठी, पद्मनाभ त्रिपाठी, अभिलाषा अरुण, निर्देश कुमार विन, सीमा वर्णिका, सर्वेश कुमार दुबे, प्रकाश मित्रवत, तरुण जैन, विनय कुमार साहू निश्छल, पूनम नैन मलिक, पारुल चौधरी, बीरेंद्र गौतम, मनोज पांडेय मुसाफिर, अर्चना जैन, श्राबोनी गांगुली और निशा सक्सेना।
इस अवसर पर हिंदी साहित्य के उत्थान में सक्रिय योगदान के लिए सभी रचनाकारों को ‘केकेजे साहित्य रत्न सम्मान’ से सम्मानित किया गया। आयोजक श्रेय तिवारी ने बताया कि कलम के जादूगर समूह का उद्देश्य हिंदी भाषा व साहित्य का संरक्षण करना और नवोदित प्रतिभाओं को मंच प्रदान करना है। संस्था समय-समय पर विभिन्न शहरों में इस प्रकार के आयोजन करती रहती है। सावन की हरियाली के संग साहित्य की सरसता को जोड़ते इस कार्यक्रम ने न केवल गाजियाबाद के सांस्कृतिक परिदृश्य में नई छटा बिखेरी, बल्कि हिंदी कविता प्रेमियों के दिलों में भी अमिट छाप छोड़ी।