शिव महापुराण कथा शिव तत्व की प्राप्ति का श्रेष्ठ माध्यम : संतोष सागर
कथा समापन दिवस पर उमड़ा भक्तों का सैलाब

जयपुर, 4 जुलाई। श्री शिव महापुराण कथा समिति की ओर से बनीपार्क में आयोजित शिव महापुराण कथा में शुक्रवार अंतिम दिवस को भगवान शिव के महामृत्युंजय और पंचाक्षरी मंत्र की महिमा, महान शिवभक्तों के चरित का बखान कथावाचक संतोष सागर ने व्यास पीठ से किया।
संतोष सागर ने बताया कि भगवान शिव शीघ्र प्रसन्न होने वाले देव हैं। पंचाक्षरी मंत्र का जप उनकी विशेष कृपा देने वाला है। महामृत्युंजय जप जीव को मुक्ति देने वाला है। अनेक शिव भक्तों ने इन मंत्रों के जप और भगवान शिव के प्रति समर्पण के भाव से शिवलोक प्राप्त किया।समिति के महामंत्री अरुण खटोड़ ने बताया कि कथा के दौरान इस अनुष्ठान में सहयोग करने वाले समिति के पदाधिकारी, कार्यकर्ता और सहयोगियों का व्यास पीठ की ओर से स्मृति चिह्न देकर आभार जताया गया। कथा के अंतिम दिवस भक्त भारी संख्या में उपस्थित रहे। 22 युगल जोड़े ऐसे रहे जिन्होंने अनुष्ठान के सभी नियमों का पालन करते हुए पूरे 9 दिन कथा श्रवण किया। समिति ने इन यजमान जोड़ों का विशेष सम्मान किया।
कथा श्रवण में अतिथि के तौर पर घाट के बालाजी के महंत सुरेश मिश्रा, भाजपा नेता अशोक परनामी, एस एस अग्रवाल, संजय जैन, प्रधान यजमान हेरिटेज जयपुर नगर निगम मेयर कुसुम यादव, पूर्व चेयरमैन अजय यादव। समिति के पदाधिकारी सुरेश शास्त्री, त्रिलोक खंडेलवाल, चंद्रप्रकाश खंडेलवाल, अर्जुन सिंह राठौड़, मनोज पंसारी, धर्मेंद्र सोनी सहित कार्यकर्ता और भारी संख्या में श्रोता उपस्थित रहे।