साहित्यिक दुनिया में एक अनमोल योगदान: कवयित्री नीलम सोनी की पुस्तक किश्ती

हाल ही में सुप्रसिद्ध कवयित्री नीलम सोनी की बहुप्रतीक्षित काव्य-पुस्तक किश्ती का विमोचन हुआ, जिसने साहित्य जगत में एक नई ऊर्जा और भावनात्मक लहर पैदा कर दी है। भावों की गहराई, अभिव्यक्ति की स्पष्टता और शिल्प की सादगी के साथ यह पुस्तक पाठकों के दिल को छूने वाली है। किश्ती केवल कविता संग्रह नहीं है, बल्कि यह उन भावनाओं की यात्रा है जो जीवन की लहरों में बहती, डगमगाती और फिर संभलती हैं। नीलम सोनी की लेखनी में जहां एक ओर नारी मन की कोमलता है, वहीं दूसरी ओर सामाजिक चेतना की गंभीरता भी स्पष्ट रूप से उभरती है। उनकी कविताओं में आत्मा की आवाज़ सुनाई देती है कभी यह आवाज़ प्रेम की होती है, कभी संघर्ष की, कभी विरह की पीड़ा तो कभी आत्मबल की प्रेरणा बनकर पाठकों से संवाद करती है। सरल भाषा, सशक्त प्रतीकों और सांस्कृतिक बिंबों से सजी किश्ती हर पाठक को अपने साथ बहा ले जाती है।यह पुस्तक आधुनिक संवेदनाओं और पारंपरिक मूल्यों के बीच सेतु की तरह काम करती है। नीलम सोनी ने अपनी सशक्त लेखनी से यह सिद्ध कर दिया है कि कविता केवल भावनाओं की अभिव्यक्ति नहीं, बल्कि समाज को आईना दिखाने का एक सशक्त माध्यम भी है। सभी साहित्य प्रेमियों और पाठकों के लिए किश्ती अवश्य पठनीय है। यह न केवल आपकी सोच को उद्वेलित करेगी, बल्कि आपको खुद से और समाज से जोड़ने का भी कार्य करेगी। नीलम सोनी की यह रचना हिन्दी साहित्य को एक नई ऊँचाई प्रदान करती है। किश्ती पढ़ना केवल एक पुस्तक पढ़ना नहीं, बल्कि एक भावनात्मक यात्रा पर निकलना है।
📚 आप भी इस साहित्यिक यात्रा का हिस्सा बनें “किश्ती” ज़रूर पढ़ें।