विधा – आलेख — महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार का जिम्मेदार कौन है — डॉ० रश्मि अग्रवाल ‘रत्न’

इस प्रश्न के उत्तर में कई कारण हो सकते हैं ।सबसे पहला कारण महिलाएँ स्वयं हैं।गलत पहनावा लोगों में अपराध की प्रवृत्ति को बढ़ाता है ।बेहद छोटे कपड़े पहनना युवाओं में कामोद्दीपन बढ़ाता है ।फलस्वरुप बलात्कार जैसे कांड हो जाते हैं ।
सास ननदें भी और कहीं-कहीं बहुएँ भी इस अत्याचार का कारण बनती हैं । नारी ही नारी की दुश्मन बन जाती है ।जिससे दहेज उत्पीड़न, जला कर मारने जैसी घटनाएँ सामने आती हैं ।
हमारी न्याय प्रणाली भी इसके लिए जिम्मेदार है ।
किसी भी घटना के लिए त्वरित कार्यवाही होने से घटनाओं पर काबू पाया जा सकता है ।अगर अपराधी पकड़ा जाता है तो सबूत के अभाव मेंभी छूट जाता है ।कुछ लोग अपने पद का वर्चस्व दिखा कर कानून को गुमराह कर देते हैं ।कहीं पैसे के बल पर सबूतों के अभाव मेंअपराधी छूट जाते हैं ।यह हमारी न्याय प्रणाली की लचर व्यवस्था की कही जा सकती है ।निर्दोष फँस जाता है और गुनहगार छूट जाता है ।
एक और कारण अशिक्षा है शिक्षा के अभाव मेंअक्सर लोग नारी का शोषण करते हैं ।
आजकल फिल्में, मोबाइल भी महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार का जिम्मेदार होते हैं ।फिल्मों मेंचुंबन के दृश्य खुलेआम हो गए हैं । हीरोइनों के छोटे-छोटे कपड़े नग्नता को दर्शाते हैं ।मोबाइल में सेक्स सम्बन्धी वीडियो कम उम्र के बच्चे भी देखते हैं।
जिसका प्रभाव उनके व्यक्तित्व पर पड़ता है । वे लोग तब हिंसक भाव से बलात्कार जैसे अपराध करते हैं ।
हमें बच्चों पर निगाह रखनी चाहिए और मोबाइल से उन्हें दूर रखने का प्रयास करना चाहिए ।।
डॉ० रश्मि अग्रवाल ‘रत्न’