चार बटुकों का कराया जनेऊ संस्कार, सप्त ऋषियों के निमित्त अर्पित की आहुतियां
चार बटुकों का कराया जनेऊ संस्कार, सप्त ऋषियों के निमित्त अर्पित की आहुतियां
जयपुर। ऋषि पंचमी पर गायत्री चेतना केंद्र मुरलीपुरा की ओर से गौड विप्र समाज भवन में मनु महाराज के सानिध्य में चार बटुकों का जनेऊ संस्कार किया गया । इससे पूर्व गायत्री महायज्ञ में सप्त ऋषियों के निमित्त विशेष आहुतियां अर्पित की गई। व्यास पीठ से महेन्द्र कुमार ने कहा कि हमारी भारतीय संस्कृति में ऋषियों का बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। हमारे ऋषि वस्तुतः प्राचीन वैज्ञानिक थे । वह अपना पूरा श्रम और मनोयोग मानवता के जीवन को और अधिक समुन्नत बनाने में लगाते थे। ऋषियों का हमारे ऊपर बहुत अधिक ऋण है उसे चुकाना हम सभी का कर्तव्य है। विद्यादान कर हम ऋषियों के ऋण से मुक्त हो सकते हैं। जनेऊ संस्कार का महत्व बताते हुए उन्होंने कहा कि जनेऊ मां गायत्री की सूत्र प्रतिमा है , जो हमें और अधिक जिम्मेदार बने का एहसास कराती है । ऋषि पंचमी पर विकास नगर बीके शिव हनुमान मंदिर में सहस्त्र घटाभिषेक का आयोजन किया गया। ललित भट्ट, आशुतोष भट्ट, आलोक भट्ट सहित अन्य श्रद्धालुओं ने भगवान शिव का रुद्री पाठ के साथ विभिन्न द्रव्यों से अभिषेक किया।