लेख-आंख मूंदकर निर्णय — पृथ्वीराज लोधी

भारत सरकार ने जल ही जीवन है योजना के तहत पूरे भारतवर्ष में पानी की टंकी का जो निर्माण प्रत्येक जिला पंचायतों में कराया है एक सराहनीय कार्य तो है जिससे गांव के प्रत्येक घर में जल की आपूर्ति सुनिश्चित हो सकी है लेकिन यहां इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए था की किन स्थानों पर पानी की जायदा समस्या है और किन स्थानों पर पानी की समस्या बिल्कुल भी नहीं है एकदम आंख मूंद कर काम किया गया है हमने देखा है की उत्तर प्रदेश के जिला रामपुर के मथुरापुर गांव तथा अन्य गांवों में जो टंकी के कनेक्शन घर-घर दिए गए हैं उनमें पानी का बे हिसाब पानी का रिशव लगातार हो रहा है जॉइंट खुल रहे हैं और जो भी कनेक्शन घर के अंदर गए हैं वहां पर लोग पानी का सदुपयोग नहीं कर रहे हैं लगातार टंकी से पानी का बहना भविष्य के लिए जल संकट का खतरा पैदा कर सकता है घरों से लगातार पानी बहने से रास्तों में पानी खड़ा हो रहा है नालियां चौक हो चुकी हैं सफाई कर्मचारी और ग्राम प्रधान इस ओर ज्यादा ध्यान नहीं दे रहे हैं अधिक जल भराव के कारण लोगों का निकलना भी दूबर हो रहा है और इससे मच्छर की संख्या अधिक पैदा हो रही है सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए था की जिन जिला पंचायतों में पानी की ज्यादा आवश्यकता थी वहां पर पानी की टंकी का निर्माण किया जाना चाहिए और जिन स्थानों पर ज्यादा आवश्यकता नहीं थी वहां पर टांका निर्माण कार्य नहीं करना चाहिए था उनके स्थान पर सरकार को प्रत्येक घर-घर एक-एक नल की व्यवस्था करनी चाहिए थी जहां पर नल के द्वारा आसानी से पानी प्राप्त होता और जल का दुरुपयोग कम होता
नल योजना से सरकार को धन की बचत भी होती जबकि जबकि एक नल निर्माण में लगभग₹9 से 12000 रुपए खर्च हो रहे हैं और टांकी निर्माण में खासी लागत आई हैं टंकी कनेक्शन से अधिक पानी का बहाव हो रहा है इसे रोकने के लिए सरकार को ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है
लेखक पृथ्वीराज लोधी राजपूत जिला रामपुर उत्तर प्रदेश