विश्व -धरोहर दिवस — सरोज चन्द्रा पालीवाल

मेरी गुलाबी नगरी (जयपुर)
मेरा शहर गुलाबी नगर जयपुर
विश्व विख्यात नगर हैं। गुलाबी नगरी करीब तीन सौ साल पुराना होकर भी अत्याधुनिक है। गुलाबी नगर जयपुर महाराजा सवाई जयसिंह जी
ने ख्याति प्राप्त वास्तुविदों के सहयोग से बसाया था।
श्री विद्याधर जी एवं मिर्ज़ा इस्माइल जी के परामर्श से जयपुर शहर का निर्माण हुआ। यहां पर शहर में तीन
चौपड़ एवं सात पोल है।
बहुत ही सुन्दर बसावट और बनावट से जयपुर शहर बनाया गया है।सात पोल
गणेश पोल, सूरज पोल, चांद
पोल, सांगानेरी गेट, अजमेरी
गेट, जोरावर सिंह गेट आदि हैं। जयपुर में हवामहल जैसी
विश्व विख्यात धरोहर हैं। हवामहल श्री कृष्ण जी के मुकुट के आकार में है, यह शानदार झरोखे दार इमारत हैं। अलबर्ट हाल, विद्याधर गार्डन, रामनिवास बाग आदि
प्रसिद्ध है। महाराजा जयसिंह
के इष्ट श्रीराधा ग़ौविद देवजी का विशाल मन्दिर है। इसके साथ ही श्री चांद पोल हनुमान जी, श्री काले हनुमान जी भी
विराजमान हैं। जयपुर श्री गलता जी तीर्थ भी हैं।
जयपुर को छोटा काशी भी कहा जाता है।
जयपुर गुलाबी नगरी में भव्य इमारतें, हवेलियां भी हैं। बाज़ार के मध्य ईश्वर लाट है,
पटवों की हवेली आदि हैं।
जयपुर में विश्व प्रसिद्ध होटल है, रामबाग,राज विलास आदि
गुलाबी नगरी का रहन सहन भी रंगों से भरा है। राजस्थानी खान पान भी प्रसिद्ध है।
अत्याधुनिक शापिंग मॉल एवं राजमंदिर जैसे सिनेमाघर हैं।
श्री गढ़ गणेश और मोती डूंगरी गणेश जी विराजमान हैं। ऐसा है बहुत ही सुन्दर शहर गुलाबी नगरी जयपुर।
सरोज चन्द्रा पालीवाल