लेख — जम्मू कश्मीर में मुस्लिम एकाधिकार की विचारधारा –लेखक पृथ्वीराज

पहलगाम में हुए आतंकी हमले की वारदात और लोगों की पहचान करते हुए जिसको धर्म से जोड़कर देखा गया यह बहुत ही घिनौना और बहुत ही शर्मनाक घटना रही इस घटना ने पूरे भारत देश को झकझोर कर रख दिया है इस घटना से विश्व के अनेक देश भी इसकी आलोचना कर रहे हैं आतंकियों की विचारधारा है की जम्मू कश्मीर में हिंदुओं के अंदर भय उत्पन्न किया जाए जिससे जम्मू कश्मीर के अंदर बाहर से आने वाले या यूं कहें कि भारत के किसी भी राज्य से आने वाले हिंदू जम्मू कश्मीर में निवास ना कर सके भय का माहौल बना रहे जिससे यहां पर बसने वाले हिंदुओं के पैर उखड़ जाएं और जम्मू कश्मीर एक मुस्लिम राज्य बनकर ही रह जाए जम्मू कश्मीर में आज ही नहीं काफी लंबे वक्त से हिंदुओं के साथ दुर्व्यवहार किया जाता रहा है जिससे कश्मीरी हिंदू पंडित कश्मीर को छोड़कर बाहर विदेशों में जाकर बस गए हैं यह सिर्फ क्या है मुसलमानो द्वारा सताए जाने के कारण ही हिंदुओं का मनोबल कम हुआ है मुझे लगता है कि हिंदुओं के पीछे जम्मू कश्मीर की कुछ राजनीतिक पार्टियों इस कार्य में संलिप्त हैं इन पार्टियों की विचारधारा है कि यदि हिंदुओं की संख्या कश्मीर के अंदर बढ़ती है तब हमारी मुस्लिम संख्या कम हो जाएगी और चुनाव में हमें हार का मुंह देखना पड़ेगा आज भी कुछ पार्टियों का पाकिस्तानी प्रेम साफ झलक रहा है मेरी नजर में जम्मू कश्मीर सरकार आज भी हिंदुओं के लिए दोषी सिद्ध है
जिन पार्टियों का पाकिस्तान प्रेम और हिंदुओं के प्रति शोषण की विचारधारा है सरकार को उन पार्टियों को चिन्हित कर करवाई करनी चाहिए
लेखक पृथ्वीराज
जिला रामपुर उत्तर प्रदेश